कॉलेजों में रोकने पर कर्नाटक में जगह-जगह हिजाबी लड़कियों का प्रदर्शन
कर्नाटक में आज से कॉलेज खुले लेकिन हिजाब को लेकर कई जगहों पर विवाद की सूचनाएं आ रही हैं। कई कॉलेजों में छात्राओं ने हिजाब उतारने से मना कर दिया तो उन्होंने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया। कुछ स्थानों पर पैरंट्स को कॉलेज प्रबंधन से बहस करते देखा गया।
मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने सभी वर्गों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। उन्होंने मुस्लिम छात्राओं को हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने को कहा है। कर्नाटक हाईकोर्ट आज दोपहर बाद हिजाब पर अपनी सुनवाई जारी रखेगा। हाईकोर्ट में सभी पक्ष अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं।
कर्नाटक के उर्दू और मुस्लिम प्रबंधन वाले स्कूलों में भी लड़कियों को हिजाब बैन का सामना करना पड़ रहा है। शिरालाकोप्पा के अल अमीन स्कूल में भी लड़कियों को हिजाब के साथ जब नहीं आने दिया गया तो उन्होंने स्कूल के बाहर ही जमकर प्रदर्शन किया।
Visual from #Shimoga
— Senthil Nathan A (@senthu_ap) February 15, 2022
Students of Shiralakoppa's Al-Ameen school protest demanding that they be allowed to wear hijab and attend classes. #HijabRow #KarnatakaHijabRow #HijabisOurRight #Karnataka pic.twitter.com/RIJzAngMrU
कर्नाटक के कोटागू में करीब 38 छात्राएं जब अपने कॉलेज में हिजाब के साथ पहुंचीं तो उनसे हिजाब उतारने को कहा गया। उन्होंने जब इनकार कर दिया तो उन्हें कॉलेज में आने से रोक दिया गया। सूचना पाकर उनके पैरंट्स जब वहां पहुंचे तो कॉलेज प्रबंधन की उनसे बहस हुई। कॉलेज के प्रिंसिपल ने हाईकोर्ट के निर्देश का हवाला देकर कहा कि उनकी मजबूरी है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने यह स्वीकार किया कि ये सारी लड़कियां कॉलेज में शुरू से ही हिजाब में आ रही हैं। लेकिन सरकार के आदेश और हाईकोर्ट के निर्देश से नई स्थिति पैदा हो गई है।
#Bengaluru: The #HijabRow spreads to South #Karnataka. Students take out a protest march in #Tumakuru after the college, citing high court’s interim order, told them to remove hijab in classroom.👇@TOIBengaluru pic.twitter.com/vCrOPB0SFp
— Rakesh Prakash (@rakeshprakash1) February 16, 2022
शिमोगा सरकारी हाईस्कूल में भी यही घटना दोहराई गई। लड़कियों ने हिजाब उतारने से मना कर दिया। लड़कियों ने प्रिंसिपल और टीचरों से जोरदार बहस की लेकिन उन्होंने एंट्री देने से मना कर दिया।
दक्षिण कर्नाटक के तुमकुरु में भी यही हुआ। वहां सरकारी कॉलेज में लड़कियों से जब हिजाब उतारने को कहा गया तो वापस लौटीं और सड़क पर प्रदर्शन शुरू किया। उन्होंने सड़क पर हिजाबी लड़कियों का मार्च भी निकाला।
In #Kodagu too- 38 students refused to enter college without #Hijab. Standoff continues with school authorities. #KarnatakaHijabRow (2/2) pic.twitter.com/rMybo95SXk
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 16, 2022
कर्नाटक के विजयपुरा जिले में भी आज सुबह हिजाबी लड़कियों और कॉलेज के प्रबंधन में बहस हुई। प्रबंधन ने कहा कि हिजाबी लड़कियां अलग कमरे में जाकर अपना हिजाब उतारें और उसके बाद क्लास में आएं लेकिन लड़कियों ने कहा कि वो क्लास में हिजाब के साथ ही बैठेंगी। जब प्रबंधन ने उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया तो लड़कियां अपना विरोध दर्ज कराते हुए वापस लौट आईं।
Karnataka:
— MeghUpdates🚨™ (@MeghBulletin) February 16, 2022
Girls with Hijab arguing with college principal in Vijayapura over allowing them inside classes
Principal says He is just following HC order pic.twitter.com/fTMa0hbtws
चुनाव की वजह से राजनीतिक दल इस मुद्दे को भुना रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्कूलों में ड्रेस कोड पर जोर दिया और कहा कि देश संविधान से चलेगा न कि शरीयत से। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिजाब का समर्थन करते हुए कहा कि चाहे "बिकनी, घूंघट, जींस या हिजाब" पहनना हो, यह तय करने का अधिकार सिर्फ महिला को है। यह अधिकार देश के संविधान ने दिया है।एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिजाब पहनने वाली लड़की एक दिन देश की प्रधानमंत्री बनेगी। ओवैसी हिजाब को लगातार मुद्दा बना रहे हैं।