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दिल्ली के अलावा बाक़ी राज्यों की टेस्टिंग पर भी बात करें डॉ. हर्षवर्धन

दिल्ली के अलावा बाक़ी राज्यों की टेस्टिंग पर भी बात करें डॉ. हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि दिल्ली में टेस्टिंग बहुत कम हो रही है। लेकिन बाक़ी राज्यों में तो टेस्टिंग की और भी ख़राब स्थिति है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि दिल्ली की स्थिति चिंताजनक है क्योंकि यहां पर टेस्टिंग बहुत कम हो रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई जिलों में संक्रमण के मामलों का बढ़ना और टेस्टिंग का कम होना चिंतित करता है। लेकिन डॉ. हर्षवर्धन को देश के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया होने के नाते बाक़ी राज्यों में टेस्टिंग का क्या हाल है, उस बारे में भी बात करनी चाहिए। 

दिल्ली की आबादी पौने तीन करोड़ है और यहां हर दिन 11 हज़ार के आसपास टेस्ट किए जा रहे हैं। जबकि उत्तर प्रदेश की आबादी 22 करोड़ से ज़्यादा है और वहां 10 हज़ार टेस्ट ही हर दिन हो रहे हैं। इस आंकड़े से आप समझ सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में टेस्टिंग की क्या स्थिति है। 

गुजरात में राज्य सरकार अदालत के सामने कह चुकी है कि वह ज़्यादा टेस्टिंग इसलिए नहीं करा रही है क्योंकि इससे ज़्यादा मामले सामने आएंगे और लोगों में डर बढ़ जाएगा। जबकि गुजरात देश में संक्रमण के मामलों में चौथे नंबर पर है लगभग 7 करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में अब तक सिर्फ़ 2,33,921 टेस्ट हुए हैं। 

गुजरात हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को प्राइवेट लैब को टेस्टिंग की अनुमति न देने के लिए फटकार लगाई थी और अहमदाबाद सिविल अस्पताल को काल कोठरी से बदतर बताया था। 

8 करोड़ से ज़्यादा की आबादी वाले बिहार में सिर्फ़ 4 हज़ार टेस्टिंग रोज रही है। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे बढ़ाने के लिए कहा है। लेकिन परेशानी की बात यह है कि बिहार सरकार क्वारेंटीन सेंटर्स को बंद करने का फ़ैसला ले चुकी है। और न अब प्रवासियों की थर्मल स्कैनिंग होगी और न ही किसी तरह का रजिस्ट्रेशन। 

इसी तरह मुंबई की क्षमता हर रोज 10 हज़ार टेस्टिंग करने की है लेकिन वहां सिर्फ़ 4000 से 4200 टेस्टिंग हर दिन हो रही है। जबकि मुंबई में देश भर के कुल मामलों में से 20 फ़ीसदी मुंबई से ही आए हैं। 

महानगरों के हालात चिंताजनक 

दिल्ली में बीते 24 घंटों में 1,359 नये मामले सामने आए हैं। राजधानी में अब तक 25,004 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 650 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते 10 दिनों में कोरोना संक्रमण बहुत तेज़ी से बढ़ा है और लगभग 11 हज़ार मामले सामने आ चुके हैं। 

दिल्ली में पहली बार 28 मई को संक्रमण के 1 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आए थे। उसके बाद से लगातार 1 हज़ार के आसपास या उससे ज़्यादा मामले सामने आए हैं। बीते हफ़्ते में दिल्ली में हर चौथा सैंपल कोरोना पॉजिटिव आया है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, दिल्ली मेट्रो के 20 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 

संक्रमण की सूची वाले राज्यों में पहले नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2,933 नये मामले सामने आए हैं। इनमें में 1,439 मामले मुंबई के हैं। महाराष्ट्र में अब तक 77,793 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और यह आंकड़ा बहुत तेज़ रफ़्तार के साथ बढ़ रहा है। 

दूसरे नंबर पर मौजूद तमिलनाडु में भी कोरोना वायरस लगातार फैलता जा रहा है। राज्य में 1,384 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की तादाद 27,256 हो गई है और 220 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली, मुंबई की ही तरह चेन्नई में भी कोरोना का संक्रमण ज़्यादा है और यहां अब तक 18,693 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। 

चौथे नंबर पर गुजरात है, जहां 495 नये मामलों के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा 18,584 हो गया है और महाराष्ट्र के बाद सबसे ज़्यादा मौतें गुजरात में ही हुई हैं। राज्य में अब तक 1,155 लोगों की मौत हो चुकी है।

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