प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने कहा है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रोजेक्ट समाजवादी पार्टी की सरकार ने पास किया था। इससे पहले भी अखिलेश ने योगी सरकार द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के मौक़े पर कहा था कि इस एक्सप्रेस वे का शिलान्यास उनकी सरकार ने किया था।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा सरकार में करोड़ों रुपये आवंटित किए गए, कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ और मंदिर कर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया। उन्होंने कहा कि सपा इसके दस्तावेज़ भी देगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना कहा कि ‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका गया और मेट्रो का क्या हुआ।
अखिलेश ने कहा है कि ये सारे कार्यक्रम इसलिए किए जा रहे हैं कि किसानों को उनकी पैदावार की सही कीमत न देनी पड़े।
मालवीय ने कसा तंज
अखिलेश के बयान पर बीजेपी आईटी टीम के हेड अमित मालवीय ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “फिर तो ताजमहल भी समाजवादियों ने ही बनवाया होगा, ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना, स्टैच्यू ऑफ़ लिबर्टी और एफिल टावर भी और चांद पर उतरने वाला पहला इंसान भी समाजवादी ही होगा? झूठ बोलने की भी हद होती है।”
बीजेपी नेता ने कहा है कि ये तो क्रेडिट चोरी करने में अरविंद केजरीवाल से भी आगे निकले।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार के तमाम महकमों और बीजेपी ने बीते कई दिनों से पूरी ताक़त झोंकी हुई है। प्रधानमंत्री 13 व 14 दिसंबर को काशी में ही रहेंगे, इससे समझा जा सकता है कि उनका यह दौरा कितना अहम है।
इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के लिए बीजेपी देश भर में 51,000 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिनमें 'दिव्य काशी-भव्य काशी' कार्यक्रम को दिखाया जाएगा। इसके अलावा सभी प्रमुख मंदिरों, आश्रमों में भी बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं।
महीने भर चलेंगे कार्यक्रम
बीजेपी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन का जश्न एक महीने तक मनाएगी। इस दौरान होने वाले कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित संगठन के आला ओहदों पर काबिज नेता शामिल होंगे।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसके लिए पार्टी के महासचिव तरुण चुघ की अध्यक्षता में एक समन्वय समिति का गठन कर दिया है। यह समिति 13 दिसंबर से 14 जनवरी तक कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। देश भर के सभी जिलों में 'दिव्य काशी-भव्य काशी' पर 'प्रभात फेरी' भी निकाली जाएंगी।