हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जनता का मूड पहली बार किसी रैली में इस तरह दिखा। नेता विपक्ष राहुल गांधी की पहली रैली असंध में हुई और उसी में जनता के मूड ने बता दिया कि चुनाव का नतीजा क्या रहने वाला है। राहुल ने अपनी रैली की शुरुआत ही कुमारी शैलजा के प्रभाव वाले क्षेत्र से किया। लेकिन रैली में भूपिंदर सिंह हुड्डा, चौधरी बीरेंद्र सिंह, उदयभान ने भी खुले दिल से शिरकत की। राहुल के अलावा इन दिग्गज नेताओं ने भी शैलजा को पूरा महत्व दिया। स्टेज पर राहुल के एक तरफ हुड्डा थे तो दूसरी तरफ शैलजा थीं।
हरियाणा में प्रधानमंत्री मोदी की अब तक दो रैलियां हो चुकी हैं। इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी रैली हो चुकी है। मायावती और योगी की रैली तो खैर प्रधानमंत्री मोदी की रैली के बराबर नहीं हो पाई। लेकिन मोदी की भी कुरुक्षेत्र और सोनीपत की रैली नाकाम हो गई। मीडिया के मुताबिक कुरुक्षेत्र में 5 से 6 हजार लोग मोदी को सुनने पहुंचे थे और उसका मूड ठंडा था। सोनीपत में करीब 9 हजार लोग मोदी को सुनने पहुंचे। लेकिन उनमें उत्साह नहीं था। इन सभी रैलियों के मुकाबले राहुल की असंध और बरवाला की रैली ने बता दिया कि लोग कांग्रेस को पसंद कर रहे हैं।
हरियाणा में चुनाव प्रचार से शैलजा पिछले 10-12 दिनों से गायब थीं। राहुल गांधी भी रैली करने हरियाणा नहीं आ रहे थे। भाजपा इसको खूब प्रचारित कर रही थी। यहां तक कि मीडिया के एक वर्ग ने अपने चैनलों पर यह तक कहा कि शैलजा भाजपा नेताओं खासकर खट्टर और अमित शाह के संपर्क में हैं। लेकिन शैलजा ने गुरुवार 26 सितंबर को असंध रैली में शामिल होकर बता दिया कि वो बाकायदा प्रचार में जुटी हुई हैं।
राहुल गांधी ने दिया बड़ा संकेतः शैलजा दरअसल भूपिंदर सिंह हुड्डा के रवैये और टिकट वितरण को लेकर नाराज थीं। राहुल ने असंध रैली में एक ऐसा वाक्य बोला है, जिसका कांग्रेस के अंदर बड़ा मतलब है। राहुल ने कहा कि हरियाणा में सबकी सरकार बनेगी, किसी एक की नहीं। आप लोगों को अगर कुछ भी कहना है, शिकायत करना है, मुझसे (राहुल गांधी) से कहिए। मैं आपकी हर आवाज उठाऊंगा। संसद में हरियाणा का कोई मुद्दा उठाना है, मुझे बताइए, मैं उसे रखूंगा। राहुल ने सबकी सरकार बनने की बात अप्रत्यक्ष रूप से भूपिंदर सिंह हुड्डा को संकेत दिया है कि वो ही हरियाणा में एकमात्र नेता नहीं होंगे, जिसके हाथ में कमान होगी। सभी बड़े नेता मिलकर सरकार चलाएंगे।
बरवाला और असंध रैलियों का फर्क
असंध के मुकाबले बरवाला में भीड़ ज्यादा थी। बरवाला हुड्डा के प्रभाव वाला क्षेत्र है। एक तरह से हुड्डा और उनके ग्रुप ने बरवाला में पूरी ताकत का प्रदर्शन किया। शैलजा को छोड़कर सारे कांग्रेस सांसद बरवाला पहुंचे। शैलजा ने राहुल को बताया था कि असंध रैली के बाद वो चुनाव प्रचार में निकल जाएंगी। राहुल का भाषण असंध में लंबा और प्रभावशाली था। लेकिन बरवाला में उन्होंने अडानी और अंबानी पर ज्यादा फोकस किया। मोदी पर सीधा अटैक किया। हालांकि बरवाला में भी बेरोजगारी के मुद्दे को रखा। राहुल ने 36 बिरादरियों की सरकार बनाने की बात कही।ताकि देव न रो सके...
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत हरियाणा में बेरोजगारी पर बुधवार को जारी अपने वीडियो से की। जिसमें हरियाणा के बेरोजगार युवकों के डंकी बनकर विदेश जाने की कहानी को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से पेश किया। राहुल ने करनाल में जिस परिवार से मुलाकात की थी, उस परिवार के बच्चे देव का बार-बार जिक्र किया। जो अपने पिता की वापसी के लिए परेशान है। रो रहा है। वो जान चुका है कि उसका पिता डंकी बनकर यूएस गया है जो 10 साल से पहले नहीं लौटने वाला है। राहुल ने उस परिवार की व्यथा को सुनाया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक घर की कहानी नहीं है। हरियाणा में बेरोजगारी का विकराल रूप है, जिसे कांग्रेस आने पर ठीक किया जाएगा।राहुल गांधी ने देश में उद्योगपतियों का कर्जा माफ करने और किसानों, मजदूरों को लोन न मिलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस संदर्भ में अडानी का कई बार जिक्र किया। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि हरियाणा में नाशा बढ़ रहा है। दूसरी तरफ अडानी के गुजरात में मुंढड़ा पोर्ट से ड्रग्स पकड़ी जाती है लेकिन किसी को आज तक सजा नहीं हुई।
अडानी, अंबानी और मोदी
राहुल गांधी ने कहा - नरेंद्र मोदी ने जितना पैसा अडानी-अंबानी को दिया है। उतना पैसा हम देश के किसानों, गरीबों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को देंगे। ये काम आज नहीं तो कल होगा... मीडिया को जो बोलना है बोले- मुझे फर्क नहीं पड़ता। राहुल ने कहा कि अयोध्या में BJP हार गई। क्योंकि... अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अडानी-अंबानी और बॉलीवुड के सितारे दिखे, लेकिन कोई गरीब नहीं दिखा। मीडिया ने 24 घंटा नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखाया और प्रधानमंत्री बना दिया। अडानी-अंबानी जैसे लोग मीडिया को चलाते हैं। क्योंकि अडानी-अंबानी जानते हैं नरेंद्र मोदी उनका काम करेंगे। देश के पोर्ट, एयरपोर्ट, हवाई जहाज, सड़कें सब अडानी के हाथ में हैं। लेकिन उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए GST और नोटबंदी की गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि मोदी सरकार छोटे व्यापारियों को खत्म कर, हिंदुस्तान में चीन का सामान बिकवाना चाहते हैं। इससे देश के चंद उद्योगपतियों और चीन को फायदा मिल रहा है, नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग हो रही है, पर हरियाणा के युवा रो रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा- जब किसान से उसका धन छीना जाता है, तो उसके आंसू नहीं दिखते। किसान रो नहीं सकते, उन्हें अपने आंसू छिपाने पड़ते हैं, क्योंकि उन्हें रोता देखर बच्चे भी रोने लगेंगे। आज जहां देखो सिर्फ अडानी-अंबानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है। सच्चाई यही है- काले कृषि कानून से लेकर GST, नोटबंदी तक इन्हीं लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए थे।
नेता विपक्ष ने कहा- किसान मेहनत करते हैं, देश को भोजन देते हैं, लेकिन आपको फसलों का सही दाम नहीं मिलता। स्टोरेज टर्मिनल से लेकर कोल्ड चेन तक सब अडानी-अंबानी के हैं। ऐसे में या तो पैसा आपकी जेब में जाएगा, या अडानी-अंबानी की जेब में। इसलिए हमने फैसला किया है कि सरकार आने के बाद आपको MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) दी जाएगी। राहुल ने कहा- हरियाणा के खिलाड़ी मेडल लाने के लिए 24 घंटा मेहनत करते हैं, ताकि दुनिया भर में हरियाणा और हिंदुस्तान का नाम रोशन हो। लेकिन जब महिला खिलाड़ियों के साथ गलत होता है, तब बीजेपी आरोपी को बचाने में लगी रहती है। हमें ऐसा हरियाणा नहीं चाहिए।