हरियाणा में एमएसपी (न्यूनतम ) के मुद्दे पर किसान संगठन और सरकार फिर आमने-सामने हैं। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अधिकांश बड़े नेता इस समय जेल में हैं। ऐसे में बीकेयू नेताओं की अगली पीढ़ी के बच्चे आंदोलन को धार देने के लिए तैयार हैं। आज इस सिलसिले में पंचायत बुलाई है। एक अन्य संगठनों ने 14 जून को हरियाणा बंद का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एमएसपी पर अपनी सरकार का स्टैंड अब लगातार बता रहे हैं, लेकिन किसानों का उन पर भरोसा नहीं है।
बीकेयू (चढ़ूूनी) के नेतृत्व की दूसरी पंक्ति सोमवार को पीपली में "एमएसपी दिलाओ, किसान बचाओ महापंचायत" आयोजित करने के लिए तैयार है। पीपली में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
बीकेयू (चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह और प्रवक्ता राकेश बैंस के साथ सात अन्य शीर्ष नेता और कार्यकर्ता इस समय जेलों में हैं। सैकड़ों किसानों ने, एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद की मांग करते हुए, 6 जून को कुरुक्षेत्र के पास शाहाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग पर कब्जा कर दिया था।
बीकेयू (चढूनी) कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह मथाना के नेतृत्व में संघ ने हरियाणा, पंजाब, यूपी और अन्य राज्यों के कृषि कार्यकर्ताओं से आज पीपली पहुंचने की अपील की है। इस कार्यक्रम में बीकेयू नेता राकेश टिकैत और कई अन्य नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। करम सिंह ने कहा, हरियाणा के मुख्यमंत्री भावांतर भरपाई के नाम पर सबको गुमराह कर रहे हैं। यह सभी फसलों के लिए एमएसपी प्रणाली को समाप्त करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
किसानों को रोका तो सड़क पर धरना
कुरुक्षेत्र के प्रमुख कृष्ण कुमार ने कहा, "अगर किसानों को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से रोका गया तो हम राजमार्ग पर धरना देंगे।" कुरुक्षेत्र के एसपी सुरिंदर भोरिया ने कहा, 'किसान शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर सकते हैं। सुरक्षा और यातायात प्रवाह के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है।”
क्या कहते हैं खट्टरः हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि हैफेड 4800 रुपये में (सूरजमुखी) खरीद रहा है और हम उन्हें (किसानों को) भावांतर भरपाई योजना के तहत अंतरिम सहायता के रूप में 1000 रुपये दे रहे हैं। हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि हम (बाजार) दर देखेंगे और यह भी देखेंगे कि किसानों को एमएसपी के करीब कीमत कैसे मिल सकती है। हम उस (कुरुक्षेत्र) क्षेत्र में चार एकड़ भूमि पर 20,000 मीट्रिक टन की क्षमता वाला सूरजमुखी के तेल के लिए एक प्लांट स्थापित करेंगे।
हरियाणा सरकार ने एमएसपी पर सूरजमुखी की फसल नहीं खरीदे जाने पर किसानों के विरोध के मद्देनजर "अंतरिम राहत" के रूप में 8,528 सूरजमुखी किसानों के बैंक खातों में 29.13 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।
एमएसपी पर न खरीदने की वजह
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने एमएसपी पर सूरजमुखी की फसल नहीं खरीदे जाने की वजह बहुत ही अजीबोगरीब बताई है। उनका कहना है कि चूंकि आसपास के राज्यों से सूरजमुखी की फसल तस्करी के जरिए हरियाणा में लाई जा रही है, इसलिए सरकार उसे एमएसपी पर नहीं खरीद सकती। खट्टर का यह तर्क किसानों के गले नहीं उतर रहा।
बीकेयू (चढूनी) की कुरुक्षेत्र इकाई के अध्यक्ष कृष्ण कुमार का कहना है कि यह “एमएसपी को खत्म करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।” उन्होंने कहा: “पहले, उन्होंने बाजरे पर एमएसपी देना बंद कर दिया और अब सूरजमुखी के साथ ऐसा किया जा रहा है। अगला कदम धान और गेहूं होगा, क्योंकि यह सरकार एमएसपी पर फसलों की खरीद के खिलाफ है।”
केंद्र सरकार ने 2022-23 के लिए सूरजमुखी की फसल के लिए 6,400 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी देने की घोषणा की थी। लेकिन हरियाणा सरकार इस रेट पर किसान से सूरजमुखी खरीद नहीं रही है। किसानों का कहना है कि सरकारी साजिश की वजह से किसानों को "निजी खरीदारों को अपनी फसल 4,000 रुपये से 4,800 रुपये में बेचने के लिए" मजबूर होना पड़ रहा है।
14 जून को बंद का ऐलान
भूमि बचाओ संघर्ष समिति (बीबीएसएस) ने रविवार को बहादुरगढ़ क्षेत्र के मांडोठी टोल प्लाजा पर जनसभा 'जनता संसद' का आयोजन किया। दलाल खाप के अध्यक्ष भूप सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के विभिन्न खापों और कृषि संगठनों के नेताओं ने भाग लिया। जनता संसद ने अपनी मांगों के समर्थन में 14 जून को हरियाणा बंद का आह्वान किया है। इसमें एमएसपी मुद्दा, यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी, किसानों के कर्जों की माफी के अलावा किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की रिहाई आदि मुद्दे शामिल हैं।