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हरियाणा में क्यों आंदोलन कर रहे हैं एमबीबीएस छात्र

हरियाणा में क्यों आंदोलन कर रहे हैं एमबीबीएस छात्र

देशभर के डॉक्टरों के संगठन हरियाणा के एमबीबीएस छात्रों के आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। क्या वजह है कि छात्रों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा। पढ़िए पूरी रिपोर्टः

हरियाणा सरकार द्वारा बॉन्ड फीस को लेकर एमबीबीएस स्टूडेंट्स और सरकार के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। सोमवार-मंगलवार रात को रोहतक में धरने पर बैठे आंदोलनकारी छात्रों के साथ मारपीट का आरोप है। उन्हें जबरन उठाया गया। डॉक्टरों के संगठनों ने हरियाणा के एमबीबीएस छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया है।

करीब सात दिनों पहले हरियाणा सरकार ने पीजीआई रोहतक समेत उसके मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर बॉन्ड फीस लगाई थी। स्टूडेंट्स का कहना है कि इतनी फीस भरने के बावजूद यह बॉन्ड फीस मनमाने तरीके से लागू की गई है। हरियाणा सरकार का एकमात्र उद्देश्य पैसा कमाना रह गया है। बहरहाल , आंदोलन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को हरियाणा के एचसीएमएस डॉक्टरों और कई राज्यों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने समर्थन देते हुए 'काला दिवस' मनाया।

आंदोलनकारी छात्रों का आरोप है कि 5 नवंबर से उनके धरने को कुचलने की कोशिश की जा रही है। रोजाना रात को पुलिसकर्मी आकर उन लोगों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। सोमवार-मंगलवार की रात मारपीट का भी आरोप लगाया गया है।

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) इंडिया ने हरियाणा के एमबीबीएस छात्रों के समर्थन में राष्ट्रव्यापी विरोध का आह्वान किया है। रोहतक में एचसीएमएस डॉक्टर डॉ जसबीर परमार ने कहा, राज्य भर के एचसीएमएस डॉक्टरों ने विरोध कर रहे एमबीबीएस छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए काले बैज पहने हैं। हमने बान्ड फीस वापस लेने की उनकी मांग का समर्थन किया और उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की। 

एमबीबीएस छात्रों ने कहा कि आठ राज्यों के आरडीए ने उनके समर्थन में काला दिवस मनाया और कहा कि उनकी मांग पूरी होने तक उनका विरोध जारी रहेगा। जब हमारे प्रतिनिधिमंडल ने रोहतक की हालिया यात्रा के दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से हमें बताया कि बान्ड शुल्क वापस नहीं लिया जाएगा।

संगठन ने कहा कि बान्ड फीस स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा खर्च को पूरा करने के लिए सरकार वसूलना चाह रही है, जो छात्रों के लिए अन्यायपूर्ण है। सीएम खट्टर ने हमदर्दी दिखाने के बजाय हमारे खिलाफ पुलिस कार्रवाई को भी सही ठहराया। रोहतक में पीजीआईएमएस परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस छात्रों को हरियाणा के राज्यपाल और सीएम के रोहतक पहुंचने से कुछ घंटे पहले शनिवार तड़के पुलिस ने उठा लिया था। इसी तरह रोजाना रात को छात्रों को उठाने की कोशिश की जाती है।

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