हॉकी खिलाड़ी वंदना के परिजनों को जातिसूचक गाली देने पर दो गिरफ़्तार
जब पूरा देश वंदना कटारिया के लिए तालियाँ बजा रहा था, लोग वंदना में अपनी-अपनी बेटियों के सपने देख रहे थे तो उनके ही गाँव के कुछ लोग उनके परिवार को जातिगत गालियाँ दे रहे थे। कार्रवाई तो होनी ही थी। पुलिस का कहना है कि दो आरोपी भाइयों को गिरफ़्तार किया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने अर्जेंटीना से भारतीय महिला हॉकी टीम की हार पर उत्तराखंड में रोशनाबाद गाँव में वंदना के घर के बाहर पटाखे जलाए थे और जब परिजन सामने आए तो जातिगत गालियाँ दी गई थीं।
सिडकुल पुलिस के अनुसार दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है। वंदना के भाई चंद्रशेखर कटारिया की शिकायत पर सिडकुल थाना पुलिस ने आरोपी रोशनाबाद निवासी सुमित चौहान, अंकुर, विजयपाल के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया है। इन पर आरोप तो यह भी है कि इन युवकों ने खुशी मनाने के अंदाज़ में अपने कपड़े उतारकर डांस भी किया था। 'अमर उजाला' की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने विजयपाल और अंकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
चंद्रशेखर कटारिया ने पुलिस को बताया है कि आरोपी विजयपाल उनसे रंजिश रखता है और इसी के चलते उसने उनके घर के सामने पटाखे फोड़ते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोपियों पर देशद्रोह की धाराओं में मुक़दमा दर्ज करने की मांग की है।
वंदना कटारिया ओलंपिक में भारत की महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी हैं और वह अकेली ऐसी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक में गोल दागने की हैट ट्रिक लगाई है। जब टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल मैच में अर्जेंटीना के ख़िलाफ़ भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से वंदना जूझ रही थीं तब उनके परिवार को उनके गाँव में निशाना बनाया जा रहा था। पूरा देश उनपर गर्व कर रहा था, लेकिन वंदना के परिवार को जातिगत अपमान झेलना पड़ रहा था।
बता दें कि इस मौजूदा भारतीय महिला टीम ने इस बार इतिहास रच दिया है। पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम किसी ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुँची है। इसमें वंदना का भी उतना ही योगदान है जितना कि अन्य खिलाड़ियों का।
बुधवार को भारत और अर्जेंटीना के बीच हुए मैच में वंदना ने भी बाक़ी खिलाड़ियों की ही तरह देश को जिताने के लिए जी-जान से खेला।
लेकिन भारत को जैसे ही हार मिली तो जातीय अहंकार में डूबे कुछ लोग वंदना के घर के बाहर पहुंच गए और उन्होंने इस हार के लिए महिला हॉकी टीम में शामिल दलित खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहरा दिया। इन लोगों ने वंदना के परिवार को जातिसूचक गालियाँ दीं और वे बेहूदगी की हदें पार कर गए।
वंदना कटारिया उत्तराखंड के हरिद्वार ज़िले के रोशनाबाद गाँव की रहने वाली हैं। टाइम्स ऑफ़ इंडिया (टीओआई) में छपी ख़बर के मुताबिक़, ऊँची जाति से संबंध रखने वाले दो लोगों ने भारतीय महिला हॉकी टीम की हार के बाद वंदना के घर के बाहर पटाखे फोड़े और डांस किया था। वंदना के परिजनों ने टीओआई को बताया कि गालियाँ देने वाले इन लोगों का कहना था कि भारतीय टीम इसलिए हार गयी क्योंकि इसमें कई दलित खिलाड़ी हैं।
वंदना के भाई शेखर ने कहा कि हार के बाद हम सभी लोग निराश थे लेकिन टीम ने अच्छा खेला और हमें इस पर गर्व है।