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पंजाब: हरभजन सिंह, राघव चड्ढा को राज्यसभा भेजेगी आप

पंजाब: हरभजन सिंह, राघव चड्ढा को राज्यसभा भेजेगी आप

पंजाब में इस महीने के अंत में राज्यसभा की 6 सीटें खाली हो रही हैं। आम आदमी पार्टी को जैसी प्रचंड जीत राज्य में मिली है उससे यह माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर आसानी से चुनाव जीत जाएगी। 

आम आदमी पार्टी ने पंजाब में होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। पार्टी ने पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, दिल्ली के विधायक राघव चड्ढा, आईआईटी के प्रोफेसर संदीप पाठक, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अशोक कुमार मित्तल और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है। 

पंजाब में इस महीने के अंत में राज्यसभा की 6 सीटें खाली हो रही हैं। आम आदमी पार्टी को जैसी प्रचंड जीत राज्य में मिली है उससे यह माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर आसानी से चुनाव जीत जाएगी। 

पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले हरभजन सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों ने जोर पकड़ा था। बीते साल दिसंबर में उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी और पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उनकी एक तसवीर भी सामने आई थी। 

इसके बाद माना गया था कि हरभजन सिंह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

हरभजन सिंह ने 1998 में अपने टेस्ट और वन डे क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। हरभजन सिंह पहले भारतीय गेंदबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाई थी। हरभजन विवादों में भी रहे जब 2008 में उन्होंने एंड्रयू साइमंडस पर नस्लीय टिप्पणी की थी, इसके बाद आईसीसी ने उन पर बैन लगा दिया था। हरभजन सिंह को 2009 में पद्म श्री अवार्ड मिला था। 

 - Satya Hindi

राघव चड्ढा ने बहाया पसीना

दिल्ली के नौजवान विधायक राघव चड्ढा की पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत में अहम भूमिका रही है। 33 साल के राघव चड्ढा बीते 2 साल से लगातार पंजाब के विधानसभा हलकों को नापते रहे और पार्टी की चुनावी रणनीति तय करने से लेकर विरोधियों पर हमले करने के मामले में फ्रंट फुट पर रहे। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उन पर भरोसा करके ही उन्हें पंजाब का सह प्रभारी बनाया था। 

राघव चड्ढा का नाम दिल्ली की राजनीति में पहली बार तेजी से तब आया था जब साल 2018 में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकारों को बर्खास्त कर दिया गया था। इन सलाहकारों में चड्ढा भी एक थे। चड्ढा ने 2019 का लोकसभा चुनाव दक्षिणी दिल्ली की सीट से लड़ा था लेकिन वह बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी से हार गए थे। 

चड्ढा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में राजेंद्र नगर सीट से चुनाव लड़ा और बीजेपी के बड़े नेता आरपी सिंह को हराया। इसके बाद केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया। राघव चड्ढा ने पंजाब में खुद की राजनीतिक क्षमता को साबित किया है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी में उनका कद और बढ़ेगा।

संदीप पाठक आईआईटी में फिजिक्स के प्रोफेसर हैं और पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत में उनका बेहद अहम रोल रहा है। पाठक को अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का बेहद करीबी माना जाता है।

संदीप पाठक पिछले 3 साल से पंजाब में ही थे और आम आदमी पार्टी के संगठन को बूथ स्तर तक खड़ा करने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है। जबकि अशोक कुमार मित्तल की एक सामाजिक कार्यकर्ता और जाने-माने शिक्षाविद के रूप में पहचान है।

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