हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी फ़ॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि हरभजन सिंह सियासत में उतर सकते हैं और कांग्रेस पार्टी का हाथ पकड़ सकते हैं।
कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने हरभजन सिंह के साथ एक तसवीर ट्वीट की थी और उसके कैप्शन में लिखा था, 'लोडेड विद पॉसिबिलीटीज़!' यानी 'संभावनाओं से भरपूर!'
इसके बाद से ही यह चर्चा जोर पकड़ गई थी कि हरभजन सिंह जल्द क्रिकेट से संन्यास का एलान कर देंगे।
2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी हरभजन के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं थीं। लेकिन उस समय उन्होंने इन चर्चाओं को खारिज कर दिया था। देखना होगा कि क्या इस बार हरभजन सिंह कांग्रेस में शामिल होंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले अपने नेताओं की लड़ाई से जूझ रही कांग्रेस को उम्मीद है कि हरभजन सिंह जैसा लोकप्रिय चेहरा अगर कांग्रेस में आता है, तो उसे चुनाव में फ़ायदा होगा। इस महीने की शुरुआत में नामी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पार्टी में शामिल हुए थे।
हरभजन सिंह ने 1998 में अपने टेस्ट और वन डे क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। हरभजन सिंह पहले भारतीय गेंदबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाई थी। हरभजन विवादों में भी रहे जब 2008 में उन्होंने एंड्रयू साइमंडस पर नस्लीय टिप्पणी की थी, इसके बाद आईसीसी ने उन पर बैन लगा दिया था। हरभजन सिंह को 2009 में पद्म श्री अवार्ड मिला था।