कपिल मिश्रा को पुलिस ने जहांगीरपुरी जाने से रोका, अभी तक शांति
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को शोभा यात्रा और हनुमान जयंती में शामिल होने के लिए जहांगीरपुरी जा रहे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को रोक लिया। डीसीपी सीलमपुर की टीम ने मिश्रा को बुराड़ी में रोका और उन्हें डीसीपी कार्यालय सिविल लाइंस ले जाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि अभी तक शोभा यात्रा में शांति बनी हुई है। कुछ महत्वपूर्ण स्थलों पर पुलिस बल एक रणनीति के तहत तैनात है।
#LIVE | 'I have talked to the police, and we are following protocols,' Kapil Mishra of BJP on the Shobha Yatra organized by VHP on the eve of Hanuman Jayanti.#ShobhaYatra #VHP #Delhi #Jahangirpuri #KapilMishra #BJP https://t.co/ge3J2OW61a pic.twitter.com/H7rR0H4exZ
— Republic (@republic) April 6, 2023
जहांगीरपुरी के अलावा आज दिल्ली के ही नंदनगर औऱ ब्रह्मपुरी इलाकों में शोभा यात्राएं निकाली गईं। ये दोनों इलाके भी साम्प्रदायिक नजरिए से काफी संवेदनशील हैं।
दिल्ली पुलिस ने आज 6 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर जहांगीरपुरी इलाके में शोभा यात्रा निकालने की अनुमति दे दी थी। एएनआई के मुताबिक हालांकि पहले विहिप को अनुमति देने से मना कर दिया गया था। लेकिन आज बताया गया है कि तय रास्ते पर जुलूस निकालने की अनुमति दे दी गई। वैसे रामनवमी पर भी शोभायात्रा निकालने की अनुमति वीएचपी ने मांगी थी लेकिन तब दिल्ली पुलिस ने उसे एक पार्क में कार्यक्रम की अनुमति दी थी। देभभर में हनुमान जयंती आज मनाई जा रही है। अयोध्या सहित देश के अन्य मंदिरों में भक्तों की कतार लगी हुई है।
दिल्ली पुलिस ने आज बुधवार सुबह कहा कि दिल्ली में हनुमान जयंती पर निकलने वाली शोभा यात्रा का रूट तैयार कर लिया गया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक निश्चित दूरी के भीतर शोभा यात्रा निकालने की अनुमति दी गई है। आयोजन समिति से चर्चा की गई है और कानून के अनुसार यात्रा निकालने की अपील की गई है।
हालांकि इससे पहले दिल्ली पुलिस ने हनुमान जयंती के अवसर पर जहांगीरपुरी इलाके में जुलूस निकालने के लिए विश्व हिंदू परिषद और एक अन्य हिन्दू समूह को अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
एएनआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने बताया कि विहिप और एक अन्य समूह ने हनुमान जयंती के लिए जुलूस निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए आयोजकों को अनुमति देने से इनकार कर दिया गया।
लेकिन यह साफ नहीं है कि फिर निश्चित रूट पर आज शोभा यात्रा निकालने की अनुमति क्यों दी गई।
पिछले साल 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर "शोभा यात्रा" के दौरान जहांगीरपुरी इलाके में दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी। उस समय भी शोभा यात्रा की अनुमति को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस की बिना अनुमति जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकाली गई थी, जिसमें तलवार, पिस्तौल और अन्य हथियार लहराए गए। हिंसा होने के बाद लीपापोती करते हुए दावा किया गया कि शोभा यात्रा की अनुमति दी गई थी।
हालांकि पुलिस ने आज कहा कि हनुमान जयंती से पहले जहांगीरपुरी इलाके में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
अभी हाल ही में रामनवमी जुलूस के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार और कुछ अन्य राज्यों में दो समूहों के बीच हाल ही में भड़की हिंसा का संज्ञान लेते हुए, केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने हनुमान जयंती के मद्देनजर सभी राज्यों को कानून व्यवस्था के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट जारी किया था।
गृह मंत्रालय ने अपनी सलाह के जरिए त्योहार के शांतिपूर्ण मनाने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले तत्वों की निगरानी के लिए भी सलाह दी है। सूत्रों ने कहा कि सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को सलाह भेजी गई है। गृह मंत्रालय ने यह कदम हाल ही में पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी के जुलूस निकाले जाने की खबरों के बाद उठाया है।