राजधानी दिल्ली से सटे गुड़गाँव में मुसलमानों को खुले में नमाज़ पढ़ने में एक बार फिर अड़चनें डाली गईं, 'जय श्री राम' के नारे लगाए और कुछ लोगों को रोका गया। पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में ले लिया है।
हरियाणा के गुड़गाँव के सेक्टर 37 में उस जगह पर खुले में नमाज पढ़ने के लिए लोग एकत्रित हुए, जिसकी अनुमति प्रशासन ने पहले ही दे रखी है।
जिस समय कुछ लोग नमाज पढ़ रहे थे, वहाँ से कुछ मीटर की दूरी पर ही कुछ लोगों ने 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। कुछ मुसलमानों को वहां जाने से रोका गया।
सुरक्षा इंतजाम नहीं
पुलिस थाना कुछ मीटर की दूरी पर होने के बावजूद वहां सुरक्षा का पुख़्ता इंतजाम नहीं था। इसके पहले कुछ लोगों ने नमाज पढ़ने की जगह पर गाड़ियाँ खड़ी कर दीं।
एक वीडियो में कुछ लोग एक बुजुर्ग को नमाज पढ़ने जाने से रोकते हुए दिखते हैं।
क्या है विवाद?
प्रशासन ने गुड़गाँव में 29 जगह चिह्नित कर रखे हैं और वहां 2018 से ही शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती रही है। पर बीते कुछ दिनों से कुछ हिन्दूवादी संगठन इस इलाक़े में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध करने लगे हैं। कुछ लोग शुक्रवार को नमाज पढ़ने के समय के पहले वहां क्रिकेट खेलने लगते हैं, गाड़ियाँ लगा देते हैं या भजन कीर्तन करने लगते हैं।
गुड़गाँव के 22 दक्षिणपंथी संगठनों की शीर्ष संस्था संयुक्त हिन्दू संघर्ष समिति ने शुक्रवार को नमाज की जगह गोवर्धन पूजा की, जिसमें बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता सूरज पाल अमू ने भी शिरकत की। इसके बाद विश्व हिन्दू परिषद के एक स्थानीय नेता ने कहा कि 'जो लोग इस जगह नमाज पढना चाहते हैं वे पाकिस्तान चले जाएं।'
स्थानीय मुसलमानों ने गुड़गाँव मुसलिम कौंसिल के बैनर तले उपायुक्त से मुलाक़ात की और माँग की कि सेक्टर 12 'ए' में 5 नवंबर को जिन लोगों ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ भड़काऊ बातें कहीं, उन पर कार्रवाई की जाए।