कमलेश मर्डर: गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े तिवारी के हत्यारे अशफाक़ और मोइनुद्दीन
हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के अभियुक्त अशफाक़ शेख और फरीद पठान उर्फ मोइनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि गुजरात-राजस्थान बॉर्डर के पास शामलाजी नाम की जगह से इन्हें गिरफ्तार किया गया है। डीआईजी ने बताया कि एटीएस को सूचना मिली थी कि ये दोनों गुजरात में प्रवेश करने वाले हैं। इसके बाद पुलिस की टीमों ने दोनों को दबोच लिया।
Gujarat ATS DIG Himanshu Shukla: The two wanted accused Ashfaq and Moinuddin Pathan have been arrested from Gujarat-Rajasthan border near Shamlaji. Gujarat ATS had info that they are going to enter Gujarat, on that basis we moved our team to the border & apprehended them. https://t.co/4rBe0Fx71C pic.twitter.com/1A7FGkSGwZ
— ANI UP (@ANINewsUP) October 22, 2019
तिवारी की 18 अक्टूबर को उनके लखनऊ स्थित घर में हत्या कर दी गई थी। तिवारी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों मौलाना मोहसिन शेख, राशिद अहमद पठान और फ़ैज़ान को शनिवार को सूरत से गिरफ़्तार कर लिया था। पुलिस के मुताबिक़, इन तीनों ने ही पूछताछ के दौरान इस बात का ख़ुलासा किया था कि मोइनुद्दीन और अशफाक़ शेख ने तिवारी की हत्या को अंजाम दिया है।
यूपी पुलिस ने मोइनुद्दीन और अशफाक़ पर ढाई-ढाई लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था और दोनों की तलाश में दबिश दी जा रही थी। हत्यारे राजधानी में जिस होटल खालसा इन में रुके थे, वहां के मालिक ने ख़ुद पुलिस को इसकी सूचना दी थी। हत्यारों के कमरे से खून लगे भगवा कुर्ते, हत्या में इस्तेमाल चाकू और अन्य साक्ष्य मिले थे।
अशफाक़ ने रोहित सोलंकी के नाम से एक फ़ेसबुक अकाउंट भी बनाया था और इसमें ख़ुद की फ़ोटो लगाई हुई थी। इसके बाद उसने हिंदू समाज पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जैमिन दवे उर्फ़ बापू नाम के शख़्स से फ़ेसबुक पर दोस्ती की। बाद में वह दवे से अहमदाबाद में मिला और पार्टी से जुड़ने की इच्छा जताई। 3 जून को दवे ने अशफाक़ शेख को पार्टी में शामिल कर लिया और वारचा वार्ड में प्रचारक की जिम्मेदारी दी।
'द इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक़, अशफाक़ शेख सोलंकी बनकर जून के अंतिम हफ़्ते में कमलेश तिवारी से मिला था। पिछले हफ़्ते सूरत से निकलने से पहले उसने तिवारी को फ़ोन किया था और कहा था कि वह उनसे लखनऊ में मिलेगा और सूरत में पार्टी के विस्तार को लेकर बातचीत करना चाहता है। 17 अक्टूबर को लखनऊ पहुंचने के बाद उसने तिवारी को फिर से फ़ोन किया और कहा कि वह उन्हें अगले दिन यानी 18 अक्टूबर को मिलेगा।
अशफाक़ शेख के द्वारा रोहित सोलंकी के नाम से कमलेश से की गयी फ़ेसबुक चैट का रिकॉर्ड भी पुलिस के पास है। रोहित ने ही कमलेश से एक मुसलिम लड़की की हिन्दू युवक से शादी के लिए मदद मांगी थी जिस पर उसे तिवारी ने मिलने के लिए बुलाया था। पुलिस की इस बात की पुष्टि घटना के इकलौते चश्मदीद कमलेश के कार्यालय सहायक सौराष्ट्रजीत ने भी की है।