गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के द्वारा पार्टी से नाराजगी जताए जाने के बाद आम आदमी पार्टी आगे आ गई है। गुजरात में आम आदमी पार्टी के प्रमुख गोपाल इटालिया ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के दरवाजे हार्दिक पटेल के लिए खुले हुए हैं। हार्दिक की तरह ही इटालिया भी पाटीदार नेता हैं और पूर्व में पाटीदारों के आरक्षण के लिए चले आंदोलन से जुड़े रहे हैं।
बता दें कि हार्दिक पटेल ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें कांग्रेस में नजरअंदाज किया जा रहा है। पटेल ने कहा था, “मुझे पीसीसी की किसी भी बैठक में नहीं बुलाया जाता है। कोई भी फैसला लेने से पहले मुझसे कोई बातचीत नहीं की जाती तो फिर इस पद का क्या मतलब है।”
गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं और इस बार आम आदमी पार्टी भी वहां जोर शोर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हाल ही में गुजरात में एक बड़ा रोड शो कर चुके हैं।
इटालिया ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि हम निश्चित रूप से युवा और क्रांतिकारी नेता हार्दिक पटेल का स्वागत करेंगे और हमने पाटीदार समुदाय के लोगों के बीच में उनकी स्वीकार्यता को देखा है।
2015 के स्थानीय निकाय चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन के पीछे पाटीदारों का उसके साथ खड़े होना माना जाता है। लेकिन अगर हार्दिक पटेल कांग्रेस का साथ छोड़ते हैं तो पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। आम आदमी पार्टी भी पाटीदार समाज के वोटों की ओर देख रही है और बीते साल हुए सूरत नगर निगम के चुनाव में उसे 27 सीटें मिली थीं।
कई नेता आप में शामिल
इससे पहले कांग्रेस को गुजरात में गुरुवार को बड़ा झटका तब लगा था जब पूर्व विधायक इंद्रानिल राजगुरु, वसराम सगाठिया और कांग्रेस के पार्षद कोमल बेन भाराई आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। इनमें से राजगुरु का सौराष्ट्र इलाके में अच्छा प्रभाव माना जाता है जबकि सगाठिया पिछड़े समाज के नेता के रूप में जाने जाते हैं। कोमलबेन को रबाड़ी समाज का नेता माना जाता है।
पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इन सभी का स्वागत किया था और कहा था कि कांग्रेस बीजेपी को नहीं हरा सकती है।