तेज़ रफ़्तार से बढ़ रहे संक्रमण से परेशान गृह मंत्री अमित शाह ने ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंस यानी एम्स के प्रमुख को अपने गृह राज्य गुजरात भेजा है।
गुजरात में कोरोना से 7,402 लोग प्रभावित हैं और इनमें से 449 लोगों की मौत हो गई है। संक्रमण और मौत दोनों ही मामलों में यह राज्य महाराष्ट्र के बाद पूरे देश में दूसरे नंबर पर है।
क्या है मामला
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने अहमदाबाद पहुँच कर वरिष्ठ डॉक्टरों से बात की और उन्हें रोकथाम के उपाय सुझाए। गुलेरिया फ़ेफड़े से जुड़े रोगों के विशेषज्ञ हैं। उनके साथ मेडिसिन विभाग के डॉक्टर मनीष सुरेजा भी थे। इन दोनों डॉक्टरों को भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से अहमदाबाद भेजा गया।
गुलेरिया ने गुजरात के प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंति रवि से भी मुलाक़ात की। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से भी मुलाक़ात की और उन्हें कोरोना इलाज की रणनीति समझाई। डॉक्टर गुलेरिया ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा,
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'हमने कोरोना संक्रमण होने पर इससे जुड़े धब्बे पर बात की। लोग अभी भी अस्पताल आने और जाँच करवाने से बच रहे हैं।'
रणदीप गुलेरिया, निदेशक, ऑल इंडिया इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंस
पूरे देश में कोरोना से अब तक 60 हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसनमें 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है।
गुजरात की नाज़ुक होती स्थिति
गुजरात की बदतर होती स्थिति के मद्देनज़र सरकार ने कहा है कि दूध और दवा की दुकानों को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान एक हफ़्ते के लिए बंद रहेंगे। यह आदेश अहमदाबाद में सात मई को आधी रात से लागू हो गया, जबकि सूरत में इसे शनिवार से लागू किया गया। इस आदेश के आते ही दोनों शहरों में दुकानों से ज़रूरी सामान ख़रीदने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं।बदहाल अहमदाबाद, सूरत
इन दोनों शहरों के लिए यह फ़ैसला तब लिया गया है जब बुधवार को गुजरात में 382 नये पॉजिटिव मामले आए। इसमें से अकेले अहमदाबाद में 291 मामले आए। राज्य में बुधवार को 27 लोगों की मौत हो गई जिसमें से 25 मौतें सिर्फ़ अहमदाबाद में ही हुईं। राज्य में जितने मामले आए हैं उसमें से 70 फ़ीसदी अकेले अहमदाबाद में हैं।ऐसा ही आदेश सूरत के लिए भी निकाला गया है। सूरत नगर निगम ने अपने आदेश में कहा, 'कृषि उपज मंडी समिति बाज़ार, किसानों के लिए नामित सभी क्षेत्रों में सब्ज़ी बाज़ार, स्वतंत्र सब्ज़ी स्टॉल, फलों की दुकानें बंद रहेंगी और किसी भी माध्यम से सब्ज़ियों और फलों की बिक्री 9 मई से 14 मई तक प्रतिबंधित रहेगी।'