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शादी और कनफ्यूजन के चक्कर में कमज़ोर रह गई 'गिन्नी वेड्स सनी' की कहानी

शादी और कनफ्यूजन के चक्कर में कमज़ोर रह गई 'गिन्नी वेड्स सनी' की कहानी

ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स पर फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' रिलीज़ हो चुकी है और फ़िल्म का निर्देशन पुनीत खन्ना ने किया है। फ़िल्म की कहानी सुमित अरोड़ा और नवजोत गुलाटी ने लिखी है। पढ़िए, फ़िल्म समीक्षा। 

फ़िल्म- गिन्नी वेड्स सनी

डायरेक्टर- पुनीत खन्ना

स्टार कास्ट- यामी गौतम, विक्रांत मैसी, आयशा रज़ा मिश्रा, सुहैल नैयर, राजीव गुप्ता

स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म- नेटफ्लिक्स

रेटिंग- 2/5

ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स पर फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' रिलीज़ हो चुकी है और फ़िल्म का निर्देशन पुनीत खन्ना ने किया है। फ़िल्म की कहानी सुमित अरोड़ा और नवजोत गुलाटी ने लिखी है। इसमें लीड रोल में यामी गौतम, विक्रांत मैसी और आयशा रज़ा मिश्रा हैं। आज कल के जनरेशन की यह दिक्कत है कि वो अपने माँ-बाप की भी नहीं सुनते और अपने रिलेशनशिप स्टेटस और शादी को लेकर कनफ्यूजन में रहते हैं। यह बात इस फ़िल्म में कही गई है। लेकिन जब फ़िल्म के नाम से पता चल रहा है कि गिन्नी और सनी की शादी होनी ही है तो कनफ्यूज़न क्या है। आइये जानते हैं फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' की कहानी-

फ़िल्म की कहानी

दिल्ली में रहने वाला सनी सेठी (विक्रांत मैसी) बस शादी करके अपना रेस्टोरेंट खोलना चाहता है। उसके पिता (राजीव गुप्ता) का कहना है कि जब शादी कर लेगा तब हार्डवेयर की दुकान बेचकर होटल खुलवा देंगे। दूसरी तरफ गिन्नी (यामी गौतम) है जो लव मैरिज करना चाहती है लेकिन उसकी माँ (आयशा रज़ा मिश्रा) रोज़ नए रिश्ते उसके लिए लेकर आती रहती है। इसके साथ ही गिन्नी अपने एक्स-ब्वॉयफ्रेंड निशांत (सुहैल नैयर) को लेकर भी कन्फ्यूजन में है। गिन्नी की माँ सनी को उनकी बेटी से शादी करने का प्रस्ताव देती है और गिन्नी को मनाने के हर तरीक़े अजमाती है। किसी तरह से गिन्नी और सनी की ‘राम मिलाय जोड़ी’ वाली कहानी बनने वाली होती है कि निशांत बीच में आ जाता है और फिर से शुरू हो जाता है कनफ्यूज़न। शादी और रिलेशनशिप में आ रहे कनफ्यूज़ को कैसे दूर करेगी गिन्नी क्या वह निशांत से ही शादी कर लेगी या सनी के साथ जायेगी क्या सनी की शादी हो पायेगी और रेस्टोरेंट खोलने का सपना पूरा होगा ये सब जानने के लिए आपको नेटफ्लिक्स पर फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' देखनी पड़ेगी। यह फ़िल्म 2 घंटे की है।

निर्देशन

निर्देशक पुनीत खन्ना ने अगर फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' की कहानी में कुछ नयापन लाने की कोशिश की होती तो शायद उनकी मेहनत बर्बाद नहीं होती। 'शादी में ज़रूर आना', 'तनु वेड्स मनु' जैसी फ़िल्में बना चुके निर्माता विनोद बच्चन को शायद शादी वाली कहानियाँ ज़्यादा पसंद आती हैं। इसलिए उन्होंने 'गिन्नी वेड्स सनी' को प्रोड्यूस किया लेकिन इस बार की कहानी में कुछ नया नहीं है।

 - Satya Hindi

एक्टिंग

यामी गौतम ने ख़ूबसूरत पंजाबी और दिल्ली वाली लड़की का किरदार बख़ूबी निभाया है। विक्रांत मैसी में अब हर किरदार को जीने की कला आ गई है। एक्टर के सामने कोई भी रोल हो वो उसे बेहद शानदार तरीक़े से पेश करना जानते हैं। इस फ़िल्म में भी उनकी एक्टिंग काफ़ी अच्छी है। आयशा रज़ा मिश्रा ने माँ के किरदार में अच्छा अभिनय किया है। सुहैल नैयर और राजीव गुप्ता ने भी अच्छा काम किया है। 

फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' को आप बिना दिमाग़ लगाये एक बार देख सकते हैं। बॉलीवुड में पहले भी रॉम-कॉम फ़िल्में बनती आ रही हैं और फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' भी उनमें से एक है। अगर आपको हल्की-फुल्की कॉमेडी और शादी वाली फ़िल्में देखना पसंद हो, जिसमें न ज्यादा रोमांस हो और न एक्शन तो ये फ़िल्म आपको जरा भी निराश नहीं करेगी। इस वीकेंड पर कोई अच्छे कंटेंट वाली फ़िल्म देखना चाहते हैं तो फ़िल्म 'गिन्नी वेड्स सनी' की कहानी आपको बोर करेगी। क्योंकि इस फ़िल्म की कहानी काफ़ी स्लो है और इसमें कुछ भी नया नहीं है। कमज़ोर कहानी की वजह से यामी गौतम और विक्रांत मैसी की मेहनत भी बर्बाद होती नज़र आती है।

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