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बिल गेट्स से भी आगे निकले अडानी, दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बने

बिल गेट्स से भी आगे निकले अडानी, दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति बने

भारतीय अरबपति गौतम अडानी जिस रफ़्तार से अमीरों की सूची में छलांग लगाते जा रहे हैं उससे क्या वह जल्द ही शिखर पर होंगे? माइक्रोसॉफ्ट से सह संस्थापक बिल गेट्स से आगे निकलने के मायने क्या हैं?

गौतम अडानी ने अब बिल गेट्स को पीछे छोड़ दिया है। वह अब दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति हो गए हैं। 

फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची के अनुसार भारतीय व्यवसायी अडानी की कुल संपत्ति गुरुवार को 115.5 बिलियन डॉलर तक पहुँच गई। बिल गेट्स की संपत्ति 104.6 बिलियन डॉलर है।

90 बिलियन डॉलर के साथ मुकेश अंबानी सूची में 10वें स्थान पर हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क 235.8 बिलियन डॉलर के साथ इस सूची में सबसे ऊपर हैं। इस हिसाब से अडानी के पास दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क से क़रीब आधी संपत्ति है। तो क्या अडानी को उस ऊँचाई पर पहुँचने में काफी वक़्त लग सकता है? और क्या वह उस ऊँचाई तक पहुँचेंगे भी या नहीं?

वैसे, गौतम अडानी को भारतीय व्यवसायियों में काफ़ी तेजी से आगे बढ़ने के लिए जाना जाता है। अडानी ने अप्रैल महीने में ही एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था। तब अडानी वॉरेन बफेट को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के पाँचवें सबसे अमीर व्यक्ति हो गए थे। तब फोर्ब्स के अनुमान के मुताबिक़ 91 साल के वॉरेन बफेट की कुल संपत्ति 121.7 अरब डॉलर थी और अडानी की अनुमानित 123.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी।

इससे पहले नवंबर महीने में ख़बर आई थी कि मुकेश अंबानी को पछाड़कर गौतम अडानी एशिया के सबसे धनी व्यक्ति बन गए थे। ब्लूमबर्ग के आँकड़ों के अनुसार, अडानी की कुल संपत्ति की कीमत 91 अरब डॉलर थी जबकि अंबानी की जायदाद की कीमत 88.8 अरब डॉलर आँकी गई थी। 2021 में गौतम अडानी की जायदाद की कीमत में 50 अरब डॉलर का इजाफा हुआ जबकि अंबानी की संपत्ति सिर्फ 14.3 अरब डॉलर बढ़ी थी।

इन आँकड़ों से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि अडानी की बढ़ने की रफ़्तार कितनी तेज है। इसके पीछे कुछ खास वजह भी है। 

एक समय जिस गौतम अडानी के बारे में ख़बर आई थी कि कोरोना काल में जहाँ आम तौर पर लोगों की आय कम हुई थी वहाँ अडानी हर रोज़ 1000 करोड़ कमा रहे थे।

अक्टूबर महीने में आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार, यह पहली बार था जब गौतम अडानी और उनके दुबई में बसे भाई विनोद शांतिलाल अडानी उस सूची में शीर्ष 10 में शामिल हुए थे। 

अडानी समूह के अध्यक्ष को छोटे कमोडिटी व्यापार को बड़े व्यवसायिक बंदरगाहों, खानों और हरित ऊर्जा में फैले समूह में बदलने के लिए जाना जाता है।

ब्लूमबर्ग ने हाल ही में रिपोर्ट दी थी जब अडानी ने अंबानी को एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में पछाड़ दिया था। इसने कहा था कि अडानी समूह के कुछ सूचीबद्ध शेयरों ने पिछले दो वर्षों में 600% से अधिक की वृद्धि की है। रिपोर्ट के अनुसार, 'बमुश्किल तीन वर्षों में अडानी ने सात हवाई अड्डों और भारत के हवाई यातायात के लगभग एक चौथाई हिस्से पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। उनका समूह अब देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे के संचालक, बिजली जनरेटर और गैर सरकारी क्षेत्र में सिटी गैस रिटेलर का मालिक है।'

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