यूपी: छोटा राजन, मुन्ना बजरंगी की तसवीर वाले डाक टिकट जारी
उत्तर प्रदेश में डाक विभाग ने ऐसा काम कर दिया है कि उसकी जग हंसाई हो रही है। कानपुर स्थित प्रधान डाकघर ने माफियाओं के डाक टिकट जारी कर दिए हैं। इन माफियाओं का नाम छोटा राजन और मुन्ना बजरंगी है। ये डाक टिकट जोरदार ढंग से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और लोग कह रहे हैं कि ऐसी लापरवाही तो माफ़ी के लायक ही नहीं है। जग हंसाई होने के बाद डाक विभाग की ओर से सफाई पेश की जा रही है।
माई स्टाम्प योजना
प्रधान डाकघर के पोस्ट मास्टर जनरल विनोद कुमार वर्मा ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा कि माई स्टाम्प योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपना डाक टिकट हासिल कर सकता है। इसके लिए उसे ख़ुद डाक विभाग के दफ़्तर आना होगा और ज़रूरी कागजात देने होंगे। इसके बाद वेबकैम के जरिये उसकी फ़ोटो ली जाती है और पूरी प्रक्रिया के बाद ही डाक टिकट जारी किया जाता है।
माई स्टाम्प नाम की इस योजना के तहत कोई कॉरपोरेट या कोई संस्था या संगठन भी अपना डाक टिकट जारी कर सकता है। डाक टिकट की एक शीट में 12 टिकट होते हैं और हर एक की क़ीमत 5 रुपये होती है। एक शीट की कुल क़ीमत 300 रुपये होती है।
तो बड़ा सवाल यह है कि फिर छोटा राजन और मुन्ना बजरंगी जैसे चिर परिचित माफियाओं की तसवीरों वाले डाक टिकट जारी करने से पहले तय प्रक्रिया का पालन क्यों नहीं किया गया।
सफाई दी
इस मसले पर सफाई देते हुए पोस्ट मास्टर जनरल विनोद कुमार वर्मा ने कहा कि मीडिया के क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले किसी शख़्स ने मुन्ना बजरंगी (प्रेम प्रकाश) और छोटा राजन (राजेन्द्र एस.) के नाम से फ़ॉर्म भरे। उसने इन दोनों की तसवीरें दीं लेकिन शिनाख़्ती कार्ड या परिचय पत्र अपना दिया। जब पोस्टमैन ने उससे पूछा तो उसने कहा कि वह इन दोनों लोगों को जानता है।
वर्मा ने कहा कि पोस्टमैन को लगा कि वह सच बोल रहा है और उन्होंने बिना कोई ज़्यादा जांच किए डाक टिकट छाप दिए। वर्मा ने कार्रवाई करते हुए क्लर्क रजनीश बाबू को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा छह लोगों के ख़िलाफ़ जांच बैठाई गई है।
चीफ़ पोस्ट मास्टर हिमांशु मिश्रा ने एएनआई से कहा कि इस मामले में कस्टमर यानी जो डाक टिकट निकलवाने आता है, उसकी भी जिम्मेदारी है कि वह किसी विवादित व्यक्ति का डाक टिकट न निकलवाए। उन्होंने कहा कि हम लोग ध्यान रखेंगे कि आगे से इस तरह की कोई घटना न हो।
डाक विभाग की ओर से भले ही लाख सफाई दी जाए लेकिन यह साफ है कि विभाग ने बड़ी लापरवाही की है। क्लर्क ने तय प्रक्रिया को पूरी तरह नज़रअंदाज किया जिससे डाक विभाग की फजीहत हुई।
कौन था मुन्ना बजरंगी
मुन्ना बजरंगी उर्फ प्रेम प्रकाश सिंह का पूर्वी उत्तर प्रदेश में जबरदस्त ख़ौफ माना जाता था। वह कांट्रेक्ट किलर था और अपना गैंग चलाता था। मिर्जापुर, जौनपुर और वाराणसी के इलाक़े में उसकी दहशत थी। 9 जुलाई, 2018 को बाग़पत की जिला जेल में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कौन है छोटा राजन
छोटा राजन का नाम राजेंद्र सदाशिव निकल्जे है लेकिन वह छोटा राजन के नाम से चर्चित है। छोटा राजन ने मुंबई में अपराध की दुनिया में कई वारदातों को इंजाम दिया। इन दिनों वह तिहाड़ जेल में उम्र क़ैद की सजा काट रहा है।