गणेश चतुर्थी की शोभायात्रा में आख़िर कोई बुर्का पहनकर क्यों नृत्य करेगा? वह भी तब जब बुर्का वाला शख्स कोई पुरुष हो? कुछ इसी तरह की हरकत के लिए तमिलनाडु पुलिस ने अरुण कुमार नाम के युवक को गिरफ़्तार किया है। यह गिरफ़्तारी तब हुई जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसको लेकर शिकायत की गई।
दरअसल, यह मामला तमिलनाडु के वेल्लोर का है। एक व्यक्ति के गणेश चतुर्थी समारोह के दौरान बुर्का पहनकर नाचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
पुलिस को एक शिकायत मिली थी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कालीचूर नाम के एक व्यक्ति ने विरुथमपट्टू पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि 21 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दौरान बुर्का पहने और नाचते हुए एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ है। उस शिकायत में उस शख्स के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की गई।
शिकायत के आधार पर एक टीम ने जांच शुरू की और वीडियो में दिख रहे व्यक्ति तक आख़िरकार पुलिस पहुँच गई। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार बुर्का पहनकर नृत्य करने वाले की पहचान विरुथमपट्टू के अरुण कुमार के रूप में की गई है।
इस मामले में पुलिस ने अरुण कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उस पर दो समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने सख्त चेतावनी भी दी है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस इसमें शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है और आगे की जांच जारी है।
वैसे, तमिलनाडु का यह मामला तो सड़क पर हुआ है, लेकिन एक मामला कुछ दिनों पहले संसद में भी हुआ जिसपर हंगामा मचा है। बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी का संसद में दिए भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वह एक समुदाय को अपशब्द और इस्लामोफोबिक शब्द कहते सुने गए।
बिधूड़ी के मामले में विपक्ष के भारी विरोध के बीच भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे 15 दिनों के भीतर अपनी असंसदीय भाषा पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी। उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटा दी गईं। इसके बाद भी यह विवाद कम नहीं हो रहा है।