नई दिल्ली के प्रगति मैदान में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन स्थल भारत मंडपम रविवार 10 अगस्त को पानी भरने से अछूता नहीं रहा। भारत मंडपम में जल जमाव (water logging) के दृश्य रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इस पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलावा सोशल मीडिया पर जनता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
भारत मंडपम के मुख्य क्षेत्र में जलभराव का एक वीडियो एक्स (ट्विटर) पर साझा किया गया। कर्मचारियों को पानी निकालने के लिए मशीनों का इस्तेमाल करते देखा जा सकता है।
कांग्रेस और आप का हमला
कांग्रेस ने भारत मंडपम के मुख्य क्षेत्र में जलभराव पर नाराजगी व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। कांग्रेस ने कहा किखोखले विकास की पोल खुल गई। G20 के लिए भारत मंडपम तैयार किया गया। 2,700 करोड़ रुपये लगा दिए गए। एक बारिश में पानी फिर गया...।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इसका जिक्र अपनी टोंक (राजस्थान) रैली तक में किया। भारत मंडपम में पानी भरने के मुद्दे पर प्रियंका ने कहा- 'शायद हमारे देश के लोग डर के कारण जो नहीं कह पाते, वो भगवान ने कहा है: अहंकार कम करो, इस देश ने आपको नेता बनाया है, देश को पहले रखें, जनता को सर्वोच्च बनाएं।”
इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए आप नेता और दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से ग्लोबल इवेंट के दौरान ऐसे जलजमाव को लेकर सवाल पूछे। भारद्वाज ने कहा, "यह बहुत गंभीर है। आपके (एलजी वीके सक्सेना) 50 से अधिक निरीक्षणों के बाद भी, यदि मंडपम के आसपास का मुख्य क्षेत्र पानी में डूबा हुआ है, तो सिर झुकाना होगा। दिल्ली के मंत्री के रूप में मेरा इस केंद्रीय सरकार क्षेत्र पर नियंत्रण नहीं है।"
पीडब्ल्यूडी का जवाब
जल जमाव को स्वीकार करते हुए, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने कहा कि राजघाट, अक्षरधाम और रिंग रोड सहित जी20 कार्यक्रम स्थल के आसपास के वीवीआईपी मार्ग और क्षेत्र अप्रभावित थे और सुचारू रूप से चल रहे थे।एक अधिकारी ने मीडिया के पूछने पर जवाब दिया कि “पूरी रात बारिश होती रही इसलिए कुछ प्वाइंट्स पर पानी जमा हो गया और वह बहुत कम था, बहुत बड़ा नहीं। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए हमारे पास जमीन पर आपातकालीन वाहन और कर्मचारी हैं। "अब सब कुछ सहज और स्पष्ट है।"