फ्रांस में हंग संसद: वामपंथी ज्यादा सीटों पर जीते, दक्षिणपंथियों को बड़ा झटका
वामपंथी दलों के गठबंधन ने फ़्रांस के चुनावों में धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के सेंटरिस्ट गठबंधन दोनों को हराकर सबसे अधिक सीटें जीती हैं। लेकिन रविवार को हुए मतदान में 577 सीटों वाली नेशनल असेंबली में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। पेरिस ओलंपिक से तीन सप्ताह पहले नई सरकार बनाने का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं होने से फ्रांस राजनीतिक संकट में फंस गया है।
"We saved the Republic."
— Sky News (@SkyNews) July 7, 2024
New Popular Front leader Jean-Luc Mélenchon says "the elements on the left are united" after a shock exit poll put France's far-right National Rally party in third place.
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प्रधान मंत्री गेब्रियल अटाल ने कहा कि वह सोमवार को मैकॉन को अपने इस्तीफे की पेशकश करेंगे, लेकिन वह "तब तक अपना कर्तव्य निभाएंगे, जब तक कोई नई व्यवस्था नहीं हो जाती।" अटाल ने कहा, "हमारा देश एक अभूतपूर्व राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है और कुछ ही हफ्तों में खेलों के जरिए दुनिया का स्वागत करने की तैयारी कर रहा है।"
चुनाव की घोषणा के बाद पिछले महीने न्यू पॉपुलर फ्रंट (एनएफपी) बना। जिसमें सोशलिस्ट, ग्रीन्स, कम्युनिस्ट और हार्ड-लेफ्ट फ़्रांस अनबोड के बीच गठबंधन हुआ। इस वामपंथी समूह ने 177 सीटें लीं, मैक्रां की सेंटरिस्ट एन्सेम्बल ने 148 सीटें जीतीं और दक्षिणपंथी मरीन ले पेन की नेशनल रैली (आरएन) ने 142 सीटें जीतीं।
वामपंथी समर्थक चुनाव नतीजों का जश्न मनाने के लिए मध्य पेरिस के रिपब्लिक स्क्वायर में एकत्र हुए, लोगों ने दीप जलाए, ड्रम बजाए और नारे लगाए "हम जीत गए!" हम जीत गये!” हार्ड-लेफ्ट फ्रांस अनबोएड (एलएफआई) के नेता और एनएफपी गठबंधन के विवादास्पद नेता, फायरब्रांड वामपंथी जीन-ल्यूक मेलेनचॉन ने मांग की कि वामपंथियों को सरकार बनाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि “संयुक्त वामपंथ ने अपने तरीके से देश के लिए बिछाए गए धुर दक्षिणपंथियों के जाल को विफल कर दिया है। अपने तरीके से, एक बार फिर हमने गणतंत्र को बचा लिया है।”
धुर दक्षिणपंथी दल नेशनल रैली (आरएन) की नेता मरीन ले पेन ने कहा- इन नतीजों ने "कल की जीत" के लिए आधार तैयार कर दिया है। जोश बढ़ रहा है। लेकिन इस बार यह उतना ज्यादा नहीं है, लेकिन यह लगातार बढ़ रहा है। ऐसा माना जाता है कि मरीन ले पेन 2027 में राष्ट्रपति पद के लिए चौथी बार चुनाव लड़ने पर विचार कर रही हैं।
मैक्रां के दफ्तर ने रविवार देर रात कहा कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति नतीजों पर गौर कर रहे हैं। एक बयान में कहा गया, "राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करेंगे कि फ्रांसीसी लोगों की पसंद का सम्मान किया जाए।"
वामपंथी और मध्यमार्गी उम्मीदवारों ने अपने-अपने समर्थकों से दक्षिणपंथियों को हराने के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन की रक्षा करने का आग्रह किया। आंतरिक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, शाम 5 बजे (15:00 जीएमटी) तक, लगभग 61.4 फीसदी मतदाता हुआ, यह 1981 के बाद से सबसे अधिक है। इसका मतलब यह था कि लोगों ने दक्षिणपंथियों को सत्ता में आने से रोकने के लिए अपनी-अपनी पार्टियों को ज्यादा वोट डाला। यूनिवर्सिटी टूलूज़-कैपिटोल के एक शोधकर्ता रिम-सारा अलौने ने बताया कि फ्रांस ने "आज रात सबसे खराब स्थिति से बचा लिया है, यह तय है"। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लोगों ने बड़े पैमाने पर वोट किया और उन्हें एहसास हुआ कि धुर दक्षिणपंथियों का सत्ता में आना कितना खतरनाक है। लेकिन हमें अभी भी चिंतित होना चाहिए कि हम (वामपंथी) पहले स्थान पर क्यों नहीं आए।"