आँध्र प्रदेश: कोविड केयर के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे होटल में आग, 10 की मौत
आँध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में रविवार तड़के एक होटल में आग लग गई। एक निजी अस्पताल द्वारा इस होटल को कोविड केयर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है। दमकल की गाड़ियाँ मौक़े पर पहुँचीं और होटल में फँसे लोगों को बाहर निकाला गया। कम से कम 30 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। कई लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें कुछ की हालत गंभीर बताई जाती है।
शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी। हालाँकि अभी तक आग लगने के कारणों की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है।
आँध्र प्रदेश के सीएमओ ने ट्वीट किया है कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विजयवाड़ा के होटल में इस हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में घायल हुए लोगों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराना सुनिश्चित करने को कहा है। जगन रेड्डी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि हादसे की पूरी जाँच की जाए और उन्हें रिपोर्ट भेजी जाए।
शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार इस होटल के कोविड केयर में क़रीब 30 कोरोना मरीज़ों का इलाज चर रहा था। एक रिपोर्ट के अनुसार, दो लोग होटल बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल से नीचे कूद गए और उनके पैर फ्रैक्चर हो गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विजयवाड़ा के पुलिस आयुक्त श्रीनिवासुलु ने आग में सात लोगों की मौत की पुष्टि की। हालाँकि कुछ रिपोर्टों में चश्मदीदों ने कहा है कि मृतकों की संख्या ज़्यादा हो सकती है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने आग लगने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। एजी नाम के एक ट्विटर यूजर ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'इस डरावनी ख़बर के साथ नींद खुली। विजयवाड़ा में स्वर्ण पैलेस होटल के कोविड-19 केयर में आग लग गई। ऊपरी मंज़िल पर लोग सहायता के लिए चीख रहे थे।
Woke up to this scary news 😪😟
— AG (@aravindgogineni) August 9, 2020
Fire mishap at Covid-19 care centre at Swarna Palace hotel in #Vijayawada
People from top floors were crying for help.pic.twitter.com/lAq7aNHZow
तीन दिन पहले ही छह अगस्त को गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना के इलाज वाले एक निजी अस्पताल में आग लग गई थी। अहमदाबाद के नवरंगपुरा क्षेत्र में श्रेय हॉस्पिटल में हुए उस हादसे में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद क़रीब 40 मरीज़ों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी इस घटना के लिए ज़िम्मेदार किसी शख़्स के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
किसी कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में आग लगने का यह पहला मामला था और लापरवाही का आलम यह है कि इस मामले में अब तक कोई एफ़आईआर तक दर्ज नहीं हुई है।
बता दें कि हाल के दिनों में आँध्र प्रदेश में संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। राज्य में हर रोज़ अब 10 हज़ार से ज़्यादा मामले आ रहे हैं और कुल संख्या 2 लाख 17 हज़ार से ज़्यादा हो गए हैं और 1939 मरीज़ों की मौत हो चुकी है। आँध्र प्रदेश देश में कोरोना से तीसरा सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य हो गया है।