राउत पर एक और FIR; महिला को धमकाने का मुक़दमा
शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर जहां संजय राउत को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है वहीं दूसरी ओर राउत के ख़िलाफ़ एक महिला को अश्लील गाली देने और धमकाने का मामला भी दर्ज कर लिया गया है। राउत पर आरोप है कि उन्होंने गोरेगांव के पत्रा चॉल जमीन घोटाले मामले की एक पीड़िता के साथ गाली गलौज की और उसे धमकी दी। राउत की यह ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी जिसके बाद पीड़ित महिला ने राउत के ख़िलाफ़ मुंबई के वाकोला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है।
पत्रा चॉल में रहने वाली एक महिला ने संजय राउत के ख़िलाफ़ गाली गलौज करने, महिला का अपमान करने और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज कराया है। दरअसल, पीड़िता ने संजय राउत की भूमिका के बारे में मीडिया में बात की थी। इसके बाद संजय राउत ने इस महिला को फोन पर गालियाँ दी थीं। इस पीड़ित महिला का आरोप है कि संजय राउत ने न केवल उन्हें गालियां दी थीं बल्कि धमकी भी दी थी। इसके बाद इस पीड़ित महिला ने मुंबई के वाकोला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504, 506 और 509 के तहत संजय राउत के खिलाफ मुक़दमा दर्ज करवाया था।
उधर बीती रात राउत को पत्रा चॉल जमीन घोटाले मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने संजय राउत पर आरोप लगाया है कि वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं जिसके चलते उन्हें कस्टडी में लेकर पूछताछ की ज़रूरत है। राउत को आज मुंबई की पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां से ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी।
ईडी के सूत्रों का कहना है कि संजय राउत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा उनके घर से 11 लाख 50 हज़ार जो कैश मिला था उसके बारे में भी संजय राउत ने एजेंसी को कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। इसके साथ ही एजेंसी ने संजय राउत के घर से कुछ ऐसे कागजात भी बरामद किए हैं जिनके बारे में संजय राउत एजेंसी के सामने कुछ बयान नहीं कर रहे हैं। यही कारण रहा कि ईडी ने संजय राउत को बीती रात करीब 12 बजे के आसपास गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद से ईडी के दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा एसआरपीएफ की 4 टुकड़ी ईडी दफ्तर के बाहर लगा दी गई हैं जबकि सीआईएसएफ के जवानों को पीएमएलए कोर्ट के बाहर तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरीके से सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो।
मुंबई पुलिस ने आसपास के 4 पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों को कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए ईडी दफ्तर से लेकर अदालत तक के रास्ते में तैनात किया गया है। सुरक्षा के इंतजाम इसलिए किए गए हैं ताकि शिवसैनिक रास्ते में किसी भी तरीक़े की कानून व्यवस्था को ना बिगाड़ सकें।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संजय राउत की गिरफ्तारी पर कहा है कि जाँच एजेंसी अपना काम कर रही है और सच्चाई सभी के सामने आएगी। शिंदे ने कहा है कि संजय राउत ने भले ही हमारे बारे में और हमारे विधायकों की आलोचना की हो लेकिन हम इस समय कुछ नहीं कहेंगे। शिंदे ने कहा है कि हम उनकी आलोचना का जवाब अपने काम के ज़रिए देंगे।
संजय राउत की गिरफ्तारी पर अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा का बयान भी सामने आया है। राणा का कहना है कि संजय राउत को दरअसल काफी पहले ही गिरफ्तार कर लेना चाहिए था क्योंकि उनके खिलाफ पहले से ही काफी सबूत जांच एजेंसियों के पास मौजूद हैं। वहीं एनसीपी संजय राउत के समर्थन में प्रदर्शन करने की बात कह रही है। हालांकि बीजेपी नेताओं का कहना है कि संजय राउत की गिरफ्तारी एक निष्पक्ष जांच एजेंसी ने की है जो पत्रा चॉल जमीन घोटाले मामले की जांच कर रही है और उसमें संजय राउत का भी नाम सामने आया था।