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आपत्तिजनक वीडियो वायरल मामले में सहायक वार्डन एवं पति पर एफआईआर

आपत्तिजनक वीडियो वायरल मामले में सहायक वार्डन एवं पति पर एफआईआर

दमोह जिले के पथरिया स्थित कस्तूरबा कन्या छात्रावास से 16 लड़कियों के ‘गायब’ हो जाने की रिपोर्ट स्वयं महिला वार्डन ने लिखाई थी।

मध्य प्रदेश में दमोह जिले के कन्या छात्रावास में अध्ययनरत 16 छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने छात्रावास की सहायक वार्डन और उसके पति द्वारा वीडियो बनाने एवं वायरल करने का मामला दर्ज किया है। 

मामला बेहद सनसनीखेज और शर्मनाक है। दमोह जिले के पथरिया स्थित कस्तूरबा कन्या छात्रावास से 16 लड़कियों के ‘गायब’ हो जाने की रिपोर्ट स्वयं महिला वार्डन ने लिखाई थी।

वार्डन की शिकायत के बाद पुलिस ने पड़ताल की तो सामने आया कि नहाते हुए आपत्तिजनक वीडियो हॉस्टल की सहायक वार्डन गोदावरी तिवारी और उसके पति ने बनाये। दोनों ने छात्राओं के न केवल वीडियो बनाये, बल्कि उन्हें वायरल भी किया।

वीडियो वायरल होने पर क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लड़कियों के परिजन सामने आये। शिकायत हुई। कलेक्टर ने जांच बैठाई। जांच के बाद पुलिस ने सहायक वार्डन गोदावरी और उसके पति के खिलाफ एफआईआर करते हुए दोनों की गिरफ्तारी की कार्रवाई आरंभ कर दी है।

बाथरूम में सांप निकलने के बाद अस्थाई व्यवस्था से चल रहा था काम

पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि हॉस्टल के बाथरूम में सांप निकला था। सांप निकलने से बच्चियां भयभीत हो गई थीं। परिसर में ही नये भवन का निर्माण कार्य चल रहा है, लिहाजा अस्थाई व्यवस्था कर दी गई। बच्चियां अस्थाई व्यवस्था में ही दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होती रहीं।

अब पुलिस पड़ताल कर रही है कि वीडियो कब बनाये गये और इन्हें वायरल क्यों किया गया? पड़ताल में यह भी सामने आ रहा है कि सहायक हॉस्टल वार्डन और उसके पति का बर्ताव ठीक न होने की गुपचुप शिकायतें कुछ बच्चियों एवं उनके परिजनों ने की थीं। शिकायतों के बाद प्रभारी वार्डन की नियुक्ति फरवरी माह में कर दी गई थी।

प्रभारी वार्डन की नियुक्ति से कथित तौर पर सहायक वार्डन एवं उसके पति ख़फा थे। ऐसा माना जा रहा कि दोनों को जिन बच्चियों पर संदेह था, उनके नहाते हुए गुपचुप वीडियो सहायक वार्डन एवं उसके पति ने बनाये और बाद में वायरल कर दिये।

बदनामी के भय और समाज में लज्जा हो जाने की वजह से बच्चियां बिना बताये होस्टल से अपने-अपने घरों को निकल गई थीं। इनके बिना बताये चले जाने के बाद ही होस्टल वार्डन ने पुलिस में शिकायत की। जांच हुई तो पूरा मामला सामने आ गया। 

झाबुआ में डिप्टी कलेक्टर ने किया था शर्मसार

बीते रविवार को झाबुआ से भी ऐसी ही शर्मनाक खबर सामने आयी थी। जिले के डिप्टी कलेक्टर ने आदिवासी छात्रावास के औचक निरीक्षण के दौरान बच्चियों की निजता से जुड़े कथित अश्लील सवाल पूछे थे। बेडटच और अश्लीलता करने के आरोपों के बाद डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ पाक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा कायम कर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि अगले दिन कोर्ट से अफसर को जमानत मिल गई थी।

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