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'ठंड में ठिठुरते बच्चे से योग' की ख़बर दी तो 3 पत्रकारों पर FIR

'ठंड में ठिठुरते बच्चे से योग' की ख़बर दी तो 3 पत्रकारों पर FIR

उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन पत्रकारों पर इसलिए एफ़आईआर दर्ज की गई है क्योंकि उन्होंने ठंड में ठिठुरते स्कूली बच्चों से योगा कराने पर एक ख़बर प्रकाशित की थी।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में तीन पत्रकारों पर इसलिए एफ़आईआर दर्ज की गई है क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर ठंड में ठिठुरते स्कूली बच्चों से योगा कराने पर एक ख़बर प्रकाशित की थी। इसके लिए इन पत्रकारों के ऊपर झूठी ख़बर चलाने, 'अशोभनीय टिप्पणी' करने और 'आपराधिक धमकी' देने का आरोप लगाया गया है। ख़बर में दावा किया गया कि ज़िला अधिकारी एवं ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यक्रम में व्यस्त दिखे तथा बच्चे ठंड में ठिठुरते रहे।

वैसे, सरकारी स्कूल को लेकर ख़बर छापने पर एफ़आईआर दर्ज होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले मिर्ज़ापुर के एक माध्यमिक स्कूल में छात्र-छात्राओं को कथित तौर पर नमक-रोटी देने को लेकर जब एक पत्रकार ने ख़बर लिखी तो उसके ऊपर भी मुक़दमा कर दिया गया था।

बहरहाल, यह ताज़ा मामला कानपुर देहात का है। थाना अकबरपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है कि 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), विधायक सहित कई जनप्रतिनिधि इको पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार उसी दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालय सरसी द्वारा योगा और शारीरिक व्यायाम का प्रदर्शन किया गया।

एफ़आईआर में तीन लोगों के ख़िलाफ़ नामजद रिपोर्ट दी गई है। इसमें के न्यूज़ के मोहित कश्यप, अमित सिंह और यासीन अली पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इन पर आरोप लगाया गया है कि वे कार्यक्रम में शामिल भी नहीं थे और इस तरह की ख़बर चलाई।

एफ़आईआर के अनुसार, "बच्चों द्वारा किए गए योगा एवं शारीरिक व्यायाम कार्यक्रम के संबंध में के न्यूज़ कानपुर देहात के माध्यम से अशोभनीय टिप्पणी की गई और सोशल मीडिया में ग़लत ख़बर को वायरल किया गया। जिसमें कहा गया कि 'ज़िला अधिकारी एवं ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यक्रम में व्यस्त दिखे तथा बच्चे ठंड में ठिठुरते रहे', जबकि यह सर्वविदित है कि योगा एवं शारीरिक व्यायाम जैकेट एवं गर्म वस्त्र के पहनावे के साथ नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पूर्णतया ढीले-ढाले एवं आरामदायक पहनाने की आवश्यकता होती है। जिसका पालन उच्च प्राथमिक विद्यालय सरसी के छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया।"

एफ़आईआर में यह भी कहा गया है कि छात्र-छात्राओं द्वारा सर्दी के कपड़े उतारकर योग व शारीरिक व्यायाम किया गया और बाद में बच्चों ने गर्म कपड़े पहन लिए।

ट्विटर पर भी इस एफ़आईआर को लेकर टिप्पणी की जा रही है। आदित्य तिवारी नाम के एक ट्विटर यूज़र ने लिखा है कि ठंड में योग कराने की ख़बर छापने पर एफ़आईआर दर्ज कराई गई।

'एनडीटीवी' की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर के ज़िलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने भी पहले कहा था, 'मुझे यह देखकर बहुत पीड़ा हो रही है कि जो कुछ पत्रकार वहाँ थे भी नहीं उन्होंने ख़बर दिखाई कि बच्चे ठंड में कांप रहे थे। आप देख सकते हैं कि एक बच्चा जो योग करता है, वह स्वेटर या कोट या पैंट नहीं पहन सकता है। इन बच्चों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, मैं उनकी सराहना करता हूँ। जिन्होंने इसकी रिपोर्टिंग की है... हम देख रहे हैं कि किसने क्या किया है।'

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