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पंजाब: सिद्धू बोले- दिल्ली जाएं विधायक, जाखड़ ने कहा- दख़ल दे हाईकमान

पंजाब: सिद्धू बोले- दिल्ली जाएं विधायक, जाखड़ ने कहा- दख़ल दे हाईकमान

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले तेज़ कर दिए हैं। उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी आलाकमान से पंजाब में चल रहे झगड़े में दख़ल देने की मांग की है। 

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले तेज़ कर दिए हैं। उधर, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी आलाकमान से पंजाब में चल रहे झगड़े में दख़ल देने की मांग की है। 

हाईकमान को बताएं सच 

सिद्धू ने गुरूवार रात को किए गए एक ट्वीट में कहा है कि 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार शुरू होने से लेकर ख़त्म होने तक उन्होंने गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की थी। क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा, “अब कांग्रेस के विधायकों और कार्यकर्ताओं को दिल्ली जाना चाहिए और हाईकमान को पंजाब का सच बताना चाहिए, जैसा मैं लगातार करता रहा हूं।” 

बादल परिवार को बचाने का आरोप 

दो दिन पहले ही सिद्धू ने सीधे कैप्टन अमरिंदर को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया था कि नशे के मामले में, बेअदबी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, बिजली ख़रीद के समझौतों पर कोई श्वेत पत्र नहीं जारी हुआ, माफ़िया राज पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, कार्रवाई हुई तो सिर्फ़ पार्टी के साथियों पर और वह भी बादलों (बादल परिवार) और मजीठिया को बचाने के लिए। 

भड़क गए सिद्धू

बेअदबी मामले से जुड़े कोटकपुरा गोलीकांड में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने जब से पंजाब एसआईटी की रिपोर्ट को रद्द किया है और अमरिंदर सरकार ने नई एसआईटी का गठन किया है, उसके बाद से सिद्धू बुरी तरह भड़के हुए हैं। सिद्धू का कहना है कि नई एसआईटी को छह महीने का वक़्त देने से पंजाब में जनता से चुनाव से पहले किया वादा पूरा नहीं हो सकेगा और ऐसा जान बूझकर किया जा रहा है।

 - Satya Hindi

सिद्धू लगातार कह रहे हैं कि बेअदबी मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके परिवार को बचाने की कोशिश अमरिंदर सिंह कर रहे हैं जबकि मजीठिया से उनका मतलब बिक्रमजीत सिंह मजीठिया से है जो शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल के साले हैं। 

सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर का वह वीडियो भी शेयर किया था जिसमें कैप्टन 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले वादा कर रहे हैं कि वह सत्ता में आने पर इस मामले में प्रकाश सिंह बादल और उनके परिवार के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे।

सिद्धू-अमरिंदर के इस झगड़े में अब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी उतर आए हैं। जाखड़ ने टीओआई से बातचीत में कहा है कि कांग्रेस हाईकमान पंजाब में चल रहे घटनाक्रम पर नज़र रखे और ख़ुद इस मामले को देखे। 

‘सिद्धू हाईकमान के बेबी’

जाखड़ ने कहा कि एआईसीसी के शीर्ष नेतृत्व को सिद्धू को संभालना चाहिए। उन्होंने कहा, “सिद्धू जब से पार्टी में आए हैं, वह हाईकमान के बेबी बने हुए हैं और उनके साथ हमेशा बड़ा प्यार भरा व्यवहार किया गया है। इसलिए, अब हाईकमान को आगे आकर इस हालात को संभालना चाहिए।” हालांकि जाखड़ ने कहा कि सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है।  

पंजाब में 8 महीने के बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। सिद्धू-अमरिंदर के झगड़े की वजह से जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच अशांति का माहौल है वहीं आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल 2022 में अपनी सरकार बनाने के लिए ज़मीनी तैयारियों में जुटे हैं।

पंजाब कांग्रेस में खलबली

पंजाब के जेल मंत्री के पद से इस्तीफ़ा देने वाले सुखजिंदर सिंह रंधावा से लेकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा सिद्धू के पक्ष में खुलकर आगे आए हैं। दूसरी ओर अमरिंदर सरकार के 7 मंत्रियों ने सिद्धू के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है। सिद्धू के ख़िलाफ़ विजिलेंस विभाग द्वारा जांच तेज़ करने के बाद से पंजाब कांग्रेस में खलबली मची हुई है। 

एक बात तय है कि बाजवा, सिद्धू और अमरिंदर समर्थक नेताओं की बयानबाज़ी इसी तरह जारी रही तो निश्चित रूप से पार्टी को इसका सियासी खामियाजा उठाना पड़ेगा। देखना होगा कि हाईकमान कब इसमें दख़ल देता है। 

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