'शहीद किसान' की याद में हरियाणा-पंजाब सीमा पर कैंडल मार्च
Candle March held demanding justice for Shaheed Farmer Shubhkaran Singh pic.twitter.com/2UT3tDdwl3
— Jagtar Singh Bhullar (@jagtarbhullar) February 24, 2024
किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के नेतृत्व में शनिवार को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर शहीद किसानों की याद में कैंडल मार्च निकाला। शंभू और खनौरी में किसानों के आंदोलन का शनिवार को 13वां दिन है। किसानों के प्रदर्शन का अगला दौर 26 फरवरी को होगा। उस दिन डब्ल्यूटीओ, कॉरपोरेट घरानों और सरकारों के पुतले जलाए जाएंगे।
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अब जब हमने यह कैंडल मार्च निकाला है, तो हमारी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शुभकरण सिंह की मौत व्यर्थ न जाए। आज, हमने अपने सबसे मुख्य एजेंडे के साथ एक गारंटीशुदा एमएसपी कानून को हर हालत में किसानों के लिए लागू कराने का संकल्प लिया है। दूसरी मांग है किसानों की कर्ज माफी और तीसरी मांग खेती को प्रदूषण सूचकांक से हटाना मुख्य लक्ष्य है।
-सरवन सिंह पंधेर, शंभू बॉर्डर 24 फरवरी 2024 शाम को सोर्सः पीटीआई
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- “इसके बाद, 25 फरवरी को, हम दोनों सीमाओं पर एक सम्मेलन करेंगे क्योंकि 26 फरवरी को डब्ल्यूटीओ पर फिर से चर्चा होगी। 26 फरवरी की सुबह डब्ल्यूटीओ, कॉरपोरेट घरानों और सरकारों के पुतले जलाये जायेंगे; दोपहर में, दोनों सीमाओं पर 20 फीट से अधिक ऊंचे पुतले जलाए जाएंगे।”
किसान नेता ने कहा, ''27 फरवरी को किसान मजदूर मोर्चा, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) देश भर के अपने सभी नेताओं की बैठक करेगा। इस बीच 28 फरवरी को दोनों फोरम बैठेंगे और चर्चा करेंगे। 29 फरवरी को अगले कदम पर फैसला लिया जाएगा। किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन में एक युवक की मौत के बाद पंधेर ने कहा है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
#breaking #HaryanaPolice#BhagwantMann#cmpunjab In the memory of Shubkaran Singh who was shot by Haryana Police on the Khanuri border recently, candles were placed on the Shambhu border to pay their respects also another martyrs pic.twitter.com/fbLcAH7CDF
— Manjot singh Kang (@manjotsinghk15) February 24, 2024
किसान नेताओं ने कहा कि युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत को लेकर हरियाणा पुलिस के अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। जब तक एफआईआर नहीं होती, तब तक हम शुभकरण का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे। पंधेर ने कहा- “(शुभकरण की) मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। हम उस युवक का तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता। हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बल के खिलाफ शिकायत दर्ज होनी चाहिए, जिन्होंने उसे गोली मारी।”
बुधवार को खनौरी सीमा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से शुभकरण सिंह की मौत हो गई, जिसके बाद किसान नेताओं को केंद्र के साथ बातचीत स्थगित करनी पड़ी। हालांकि हरियाणा पुलिस का कहना है कि उन्होंने कोई गोली नहीं चलाई। लेकिन खनौरी बॉर्डर पर करीब 25 किसान और भी घायल हुए थे। उन्हें रबड़ या पैलेट गन की गोलियां लगी हैं। इससे पहले जब हरियाणा पुलिस पर यह आरोप लगा था तो उसने उस समय कहा था कि किसानों पर रबड़ की गोलियों या पैलेट गन का इस्तेमाल नहीं किया गया। लेकिन बुधवार को जो कुछ हुआ वो पूरी मीडिया के सामने है।
किसान आंदोलन 2 के शहीद शुभकरण सिंह सहित आंदोलन के सभी शहीदों को याद करते हुए शंभू और खिनौरी बॉर्डर पे केंडल जला कर श्रद्धांजलि का एक दृश pic.twitter.com/8e3pS5oHcj
— KMSC ਕਿਸਾਨ ਮਜਦੂਰ ਸੰਘਰਸ਼ ਕਮੇਟੀ ਪੰਜਾਬ (@KmscKmsc2000) February 24, 2024
खनौरी बॉर्डर पर शुभकरण के अलावा एक और किसान की भी मौत हुई है। पंधेर ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान मरने वालों की संख्या चार हो गई है। बठिंडा जिले के अमरगढ़ गांव के 62 वर्षीय किसान दर्शन सिंह 13 फरवरी से खनौरी सीमा पर थे। दर्शन सिंह की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई थी।
BJP सरकार की तानाशाही और बर्बरता का सबूत देखिए..
— Congress (@INCIndia) February 24, 2024
किसान आंदोलन में प्रीतपाल सिंह खनौरी बॉर्डर पर किसानों के लिए लंगर लेकर आए थे। वह जिला संगरूर के नया गांव के रहने वाले हैं।
प्रीतपाल सिंह को हरियाणा पुलिस खनौरी बॉर्डर से बोरी में भरकर उठा ले गई और बेरहमी से पीटा। पुलिस के… pic.twitter.com/7h9IAJhRdm
इस बीच एक किसान का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन में प्रीतपाल सिंह खनौरी बॉर्डर पर किसानों के लिए लंगर लेकर आए थे। वह जिला संगरूर के नया गांव के रहने वाले हैं। प्रीतपाल सिंह को हरियाणा पुलिस खनौरी बॉर्डर से बोरी में भरकर उठा ले गई और बेरहमी से पीटा। पुलिस के टॉर्चर से प्रीतपाल सिंह के शरीर में कई जगह फ्रैक्चर आए हैं। उनके गांव के सरपंच ने बताया कि प्रीतपाल का जबड़ा टूट गया है, उनके सिर और शरीर पर कई गंभीर चोटें आई हैं। सवाल वही है- PM मोदी किसानों से इतनी नफरत क्यों करते हैं?