बीजेपी सांसद की कांग्रेस को धमकी, बोले- “...आंख निकाल लेंगे, हाथ काट लेंगे”
बीजेपी के नेताओं की अनाप-शनाप बयानबाज़ी जारी है। ताज़ा बयान आया है हरियाणा से बीजेपी के सांसद अरविंद शर्मा का। शर्मा ने शनिवार को धमकी दी है कि अगर उनकी पार्टी के नेता मनीष ग्रोवर की तरफ़ कोई आंख उठेगी तो उस आंख को निकाल लेंगे और अगर कोई हाथ उठा तो उस हाथ को काट लेंगे। शर्मा ने यह धमकी कांग्रेस पार्टी और उसके राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को दी है।
शर्मा ने यह बयान अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एकदम सड़क पर दिया है। शर्मा के इस बयान का उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार तालियां बजाकर और चिल्ला कर स्वागत किया।
शर्मा ने कहा, “मनीष ग्रोवर के बारे में कहा गया कि रोहतक लोकसभा सीट पर दीपेंद्र हुड्डा की हार ग्रोवर की वजह से हुई है और इसमें कोई शक नहीं है। कांग्रेस अगले 25 साल तक चक्कर काटती रहेगी लेकिन बीजेपी सत्ता को नहीं छोड़ने वाली।” अरविंद शर्मा रोहतक से सांसद हैं और उन्होंने 2019 के चुनाव में दीपेंद्र हुड्डा को हराया था।
मनीष ग्रोवर का किया था घेराव
मनीष ग्रोवर का शुक्रवार को किसानों ने रोहतक में जबरदस्त घेराव किया था और उन्हें एक मंदिर के अंदर बंद कर दिया था। ग्रोवर अपने कुछ साथियों के साथ 8 घंटे तक मंदिर के अंदर बंद रहे थे। किसानों ने इस मंदिर को चारों ओर से घेर लिया था।
जांगड़ा ने कहा था दारूबाज़
शुक्रवार को बीजेपी के राज्यसभा सांसद राम चंद्र जांगड़ा को किसानों ने घेर लिया था और बुधवार को उप मुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला का विरोध किया था। किसान जांगड़ा के एक बयान को लेकर नाराज़ थे जिसमें उन्होंने कहा था, “किसान आंदोलन में जो लोग बैठे हैं, वे दारूबाज़, निकम्मे और निठल्ले लोग हैं।”
हिसार जिले के नारनौंद में एक कार्यक्रम में आए जांगड़ा का किसानों ने जमकर विरोध किया था। जांगड़ा की गाड़ी में तोड़फोड़ हुई थी और किसानों ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए थे। पुलिस ने काफ़ी मशक्कत के बाद जांगड़ा को वहां से बाहर निकाला था। जांगड़ा ने कहा था कि उनकी हत्या करने की कोशिश की गई।
दुष्यंत चौटाला जब गुरूवार को जींद पहुंचे थे तो उन्हें भी किसानों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा था। नवंबर, 2020 में दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसान आंदोलन शुरू होने के बाद से ही किसान कई बार बीजेपी और जेजेपी के नेताओं का विरोध कर चुके हैं।
वाहियात बयानबाज़ी
दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसान आंदोलन शुरू होने के बाद बीजेपी के कई नेता वाहियात बयान दे चुके हैं। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने किसानों को कथित रूप से मवाली कह दिया था। इसके अलावा बीजेपी नेता उन्हें खालिस्तानी, वामपंथी बताने से लेकर इस आंदोलन में चीन-पाकिस्तान का हाथ होने और विदेशी फंडिंग के भी आरोप लगा चुके हैं।