आ रहे हैं किसानः हरियाणा में किसानों को पुलिस की धमकियां, 16 को भारत बंद
हरियाणा सरकार में किसानों के दिल्ली कूच को लेकर कुछ ज्यादा ही बेचैनी है। पिछली बार किसान हरियाणा पुलिस की बैरिकेडों को तोड़ते हुए दिल्ली की सीमा पर जा बैठे थे। लेकिन इस बार हरियाणा सरकार हरियाणा में घुसने से पहले ही रोकना चाहती है। इसलिए अलोकतांत्रिक तरीकों का भी इस्तेमाल हो रहा है। सोशल मीडिया पर रविवार को एक वीडियो वायरल है, जिसमें हरियाणा के किसानों को धमकियां दी जा रही हैं कि वे दिल्ली हरियाणा सीमा पर जमा न हों। हालांकि ऐसा वीडियो सिर्फ एक गांव से वहां के पत्रकार ने रेकॉर्ड करके जारी किया है, लेकिन रोहतक, झज्जर, भिवानी, जीन्द, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा आदि में इंटरनेट बैन इसीलिए किया गया कि इस तरह के वीडियो और सूचनाओं को फैलने से रोका जा सके। कांग्रेस के नेताओं ने हरियाणा के गांव से भेजे गए वीडियो को काफी तादाद में अपनी टिप्पणियों के साथ शेयर किया है।
“किसान आंदोलन के लिए जो भी किसान जाएगा उसके :
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) February 11, 2024
• वाहन सीज़ कर दिये जाएँगे
• क़ानूनी कार्यवाही होगी
• पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा
धन्यवाद!”
हरियाणा के गाँव गाँव में धमकाने पहुँची खट्टर की पुलिस pic.twitter.com/V2HJGsyU7N
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है- “किसान आंदोलन के लिए जो भी किसान जाएगा उसके : • वाहन सीज़ कर दिये जाएँगे • क़ानूनी कार्यवाही होगी • पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा धन्यवाद!” हरियाणा के गाँव गाँव में धमकाने पहुँची खट्टर की पुलिस।
संयुक्त किसान मोर्चा समेत तमाम किसान संगठनों ने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान भी कर दिया है। उस दिन चार घंटे किसान संगठन हाईवे पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल पूरा फोकस हरियाणा पर है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के रास्ते में बिछाए जा रहे लोहे की कील और कांटों पर सख्त आपत्ति की है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा- किसानों के रास्ते में कील-काँटे बिछाना अमृतकाल है या अन्यायकाल? इसी असंवेदनशील एवं किसान विरोधी रवैये ने 750 किसानों की जान ली थी। किसानों के खिलाफ काम करना, फिर उनको आवाज भी न उठाने देना - कैसी सरकार का लक्षण है? किसानों से किया वादा पूरा नहीं किया- न MSP का कानून बनाया, न किसानों की आय दोगुनी हुई- फिर किसान देश की सरकार के पास नहीं आयेंगे तो कहां जाएंगे? प्रधानमंत्री जी! देश के किसानों के साथ ऐसा व्यवहार क्यों? आपने किसानों से जो वादा किया था, उसे पूरा क्यों नहीं करते?
किसानों के रास्ते में कील-काँटे बिछाना अमृतकाल है या अन्यायकाल?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 11, 2024
इसी असंवेदनशील एवं किसान विरोधी रवैये ने 750 किसानों की जान ली थी। किसानों के खिलाफ काम करना, फिर उनको आवाज भी न उठाने देना - कैसी सरकार का लक्षण है?
किसानों से किया वादा पूरा नहीं किया- न MSP का कानून बनाया, न… pic.twitter.com/xdTUVQr3yz
हरियाणा के तमाम इलाकों से यूट्यूबर और चैनलों के रिपोर्टर जो खबरें दे रहे हैं, उससे भी पता चल रहा है कि पंजाब से आ रहे किसानों के जत्थे को हरियाणा में ही रोकने की पूरी तैयारी हाईवे पर पड़ने वाले सभी शहरों, तहसीलों में की गई है। हरियाणा के पत्रकार मनदीप पुनिया का ये वीडियो देखिए-
किसानों को रोकने के लिए सरकार के अजब गजब तरीके #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/v5Fg8XMQsJ
— Gaon Savera (@GaonSavera) February 11, 2024
हरियाणा के किसी गांव में अगर पंजाब से लगता कोई बॉर्डर है और वहां से किसानों के आने की उम्मीद नहीं है, इसके बावजूद उन्हें भी सील कर दिया गया है। जीन्द से इस रिपोर्टर का वीडियो देखिए। उसका कहना है कि जीन्द में दाता सिंह बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है। वीडियो देखिए-
दाता सिंह वाला बॉर्डर जींद को पूर्ण ब्लॉक कर दीया है #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/VuNhjAd5Dm
— HELL WALA 🌾🚜 (@hellwala) February 11, 2024
हरियाणा तक चैनल ने बताया कि सोनीपत में हाईवे पर बैरिकेड लगाने की तैयारी है। सोनीपत बॉर्डर ही दिल्ली से मिला हुआ है। हरियाणा में एंट्री के लिए सोनीपत का कुंडली और रोहतक का बहादुरगढ़ बॉर्डर महत्वपूर्ण है। हरियाणा तक चैनल की वीडियो रिपोर्ट देखिए-
Farmers Protest : Sonipat हाईवे पर भी पुलिस बेरिकेड लगाने की तैयीर में! #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/o9s7TEtIxt
— Haryana Tak (@haryana_tak) February 11, 2024
यूपी बॉर्डर पर क्या हो रहा है
दिल्ली से लगे यूपी बॉर्डर के तमाम इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है, ताकि किसान दिल्ली न जा सकें। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के टिकैत गुट ने अभी तक इस आंदोलन को समर्थन का ऐलान नहीं किया है और न ही टिकैत बंधुओं (नरेश-राकेश) की ओर से कोई और घोषणा की गई है। लेकिन पुलिस और सरकार सभी एहतियाती कदम उठा रही है। हालांकि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की घोषणा के साथ ही टिकैत बंधु और यूपी के बाकी किसान संगठन खामोश हो गए हैं।किसानों का 'दिल्ली चलो' मार्च के चलते गाज़ीपुर बॉर्डर पर भारी पुलिस बैरिकेडिंग तैनात
— Swaraj Express SMBC (@swarajchannel) February 11, 2024
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.#DelhiChalo #kisan #March #Police #swarajexpresssmbc pic.twitter.com/bioN8HFeIZ
13 फरवरी को किसान मार्च में अब तक के हालात
- संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने 13 फरवरी को 200 से अधिक किसान यूनियनों द्वारा 'दिल्ली चलो' मार्च की घोषणा की है। केंद्र पर एमएसपी गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को इन संगठनों ने सरकार के सामने रखा है। केंद्र ने विवादित कृषि कानून वापस लेने के समय एमएसपी का वादा किया था।
- हरियाणा में अंबाला के पास शंभू बॉर्डर सील। किसान मार्च रोकने के लिए जींद और फतेहाबाद जिलों के बॉर्डर पर व्यापक इंतजाम।
- हरियाणा के सात जिलों - अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में 11 से 13 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं और बल्क एसएमएस निलंबित।
- केंद्र सरकार ने पीयूष गोयल के नेतृत्व में तीन मंत्रियों को किसान नेताओं से सोमवार को चंडीगढ़ में बातचीत के लिए कहा। 8 फरवरी को बात हुई थी तो बात नहीं बनी थी।
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किसानों को राजमार्ग तक पहुंचने से रोकने के लिए घग्गर नदी को भी खोद दिया गया है। ताकि किसान इसे पार नहीं कर सकें। शंभू बॉर्डर पर घग्गर फ्लाईओवर पर सड़क यातायात के लिए बंद है। पुलिस ने सड़क पर सीमेंटेड बैरिकेड लगा दिए हैं। शंभू बॉर्डर पर कंटीले तार, रेत की बोरियां, कंक्रीट ब्लॉक बैरिकेड्स और अन्य सामान जमा कर लिया गया है। फ्लाईओवर पर व्यू कटर और फ्रेम भी लगाए जा रहे हैं।
- किसान संगठनों ने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया। सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्गों पर चार घंटे के लिए प्रदर्शन होगा। मजदूर संगठनों ने भी समर्थन दिया।
- पश्चिमी यूपी के किसान नेता राकेश टिकैत, नरेश टिकैत और हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी फिलहाल पंजाब के किसानों के आंदोलन पर खामोश।
- हरियाणा में एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि जींद में, हरियाणा-पंजाब सीमा के पास दो सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है और दो और सड़कों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
- ट्रैफिक एडवाइजरी में, हरियाणा पुलिस ने चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को डेरा बस्सी, बरवाला/रामगढ़, साहा, शाहबाद, कुरुक्षेत्र या पंचकुला, एनएच-344 यमुनानगर इंद्री/पिपली, करनाल के रास्ते वैकल्पिक मार्ग से जाने के लिए कहा। इसी तरह, दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को करनाल, इंद्री/पिपली, यमुनानगर, पंचकुला या कुरुक्षेत्र, शाहबाद, साहा, बरवाला, रामगढ़ के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए कहा गया है।
- हरियाणा पुलिस गांवों के सरपंचों और खाप पंचायतों के साथ भी बैठकें कर रही है और उन्हें मार्च में भाग नहीं लेने के लिए कह रही है। कुछ इलाकों में ऐलान कराया जा रहा है।