जानिए, किन किसान नेताओं पर एफ़आईआर, क्या हैं आरोप
कृषि क़ानूनों की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली हिंसा में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की है। वह 25 एफ़आईआर दर्ज कर चुकी है। इनमें 37 किसान नेताओं के नाम हैं।
कृषि क़ानूनों की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली हिंसा में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की है। वह 25 एफ़आईआर दर्ज कर चुकी है। इनमें 37 किसान नेताओं के नाम हैं। जानिए किन प्रमुख किसान नेताओं के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है और क्या हैं आरोप-
एफ़आईआर में संयुक्त किसान मोर्चा के जिन छह प्रवक्ताओं के नाम हैं, वे हैं-
- जगजीत सिंह दलेवाल, अध्यक्ष, बीकेयू (सिद्धपुर)
- बलबीर सिंह राजेवाल, अध्यक्ष, बीकेयू (राजेवाल)
- दर्शन पाल, अध्यक्ष, क्रांतिकारी किसान यूनियन
- राकेश टिकैत, अध्यक्ष, बीकेयू
- कुलवंत सिंह संधू, महासचिव, जम्हूरी किसान सभा
- योगेंद्र यादव, अध्यक्ष, स्वराज पार्टी इंडिया
इन प्रमुख किसान नेताओं के भी नाम
- सतनाम सिंह पन्नू, अध्यक्ष, किसान मज़दूर संघर्ष समिति
- कंवलप्रीत सिंह पन्नू, अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति
- जोगिंदर सिंह उग्राहन, अध्यक्ष, बीकेयू-उग्राहन
- सुरजीत सिंह फूल, अध्यक्ष, बीकेयू क्रांतिकारी
- गुरनाम सिंह चढ़ूनी, अध्यक्ष, बीकेयू हरियाणा
- बलविंदर सिंह औलख, अध्यक्ष, मेजा किसान समिति
- बूटा सिंह बुर्जगिल, अध्यक्ष, बीकेयू डकौंडा
- इंद्रजीत सिंह, अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति
- हरजिंदर सिंह टांडा, अध्यक्ष, आज़ाद किसान संघर्ष समिति, पंजाब
- गुरबख्श सिंह, अध्यक्ष, जय किसान आन्दोलन
- हरमीत सिंह कादियान, अध्यक्ष, बीकेयू कादियान
- सतनाम सिंह साहनी, महासचिव, बीकेयू (दोआबा)
इनके नाम भी FIR में
- मेधा पाटेकर
- वी एम सिंह
- अविक साहा
क्या हैं आरोप?
दंगे, आपराधिक साज़िश, हत्या की कोशिश और डकैती की धाराएँ लगाई गई हैं। एफ़आईआर में कहा गया है कि 'दंगाइयों/ प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं का एक पूर्व-नियोजित उद्देश्य था जो सहमति से तय मार्ग का पालन नहीं कर रहे थे, इसी कारण हिंसा हुई।'