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कोरोना टीकाकरण में 68% की गिरावट, वैक्सीन की कमी से सरकार का इनकार

कोरोना टीकाकरण में 68% की गिरावट, वैक्सीन की कमी से सरकार का इनकार

21 जून को कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया गया और रिकॉर्ड कायम किया गया, लेकिन उसके एक सप्ताह के अंदर ही कोरोना टीकाकरण अभियान में गिरावट आई। एक हफ़्ते के अंदर 68 प्रतिशत कम लोगों को कोरोना टीका दिया गया।

नई कोरोना टीका नीति के तहत 21 जून को कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया गया और रिकॉर्ड कायम किया गया, लेकिन उसके एक सप्ताह के अंदर ही कोरोना टीकाकरण अभियान में गिरावट आई।

एक हफ़्ते के अंदर 68 प्रतिशत कम लोगों को कोरोना टीका दिया गया। उसके बाद से यह लगातार गिरता ही जा रहा है।

21 जून को 86 लाख लोगों को कोरोना टीका देने का दावा किया गया था, लेकिन एक हफ़्ते बाद बुधवार को सिर्फ 27.6 लाख कोरोना खुराक़ें दी गईं। 

स्वास्थ्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार, 27 जून को कोरोना टीके की सबसे कम 17.21 लाख खुऱाकें दी गईं, यह 21 जून को दी गई खुराक़ों से 80 प्रतिशत कम था।

सरकार का दावा

दूसरी ओर सरकार का दावा है कि गुरुवार तक 33.57 करोड़ खुराकें दे दी गई थीं। 

नई कोरोना टीका नीति के तहत केंद्र सरकार कुल टीका उत्पादन का 75 प्रतिशत खरीदेगी और राज्यों को मुफ़्त देगी। इसके तहत शुरू में अच्छा नतीजा देखने को मिला। 22 जून से 26 जून तक रोज़ाना 60 लाख से ज़्यादा खुराक़ें दी गईं। 

लेकिन उसके बाद इसमें कमी आई। अगले हफ़्ते कोरोना टीकाकरण अभियान तेज़ी से गिरा। इस हफ़्ते सोमवार को 52.76 लाख, मंगलवार को 36.51, बुधवार को 27.61 लाख कोरोना खुराक़ें दी जा सकीं।

जून में सबसे ज़्यादा

जून में सबसे अधिक औसत रोज़ाना टीकाकरण होता रहा। रोज़ाना औसत 39.85 लाख कोरोना टीके लगाए गए, मई में यह संख्या 19.72 लाख और अप्रैल में 30 लाख कोरोना खुराक़ें थीं। लेकिन इसके पहले मार्च में रोज़ाना औसतन 16.39 लाख लोगो को ही कोरोना वैक्सीन दिए गए थे। 

 - Satya Hindi

इसकी क्या वजह हो सकती है, सवाल यह है। विपक्ष का आरोप है कि कोरोना टीका नहीं होने कारण टीकाकरण अभियान शिथिल पड़ गया है, लेकिन सरकार इससे इनकार करती है। 

विपक्ष के आरोप से सरकार का इनकार

सरकार का कहना है कि राज्यों और केंद्र-शासित क्षेत्रों को जितनी खुराक़ें दी गईं, उनका इस्तेमाल नहीं हुआ है। केंद्र का कहना है कि इन सरकारों के पास कोरोना टीका अतिरिक्त पड़ा हुआ है, वे उसे देती नहीं हैं और ऊपर से कोरोना टीके की माँग कर रही है। 

कोरोना वैक्सीन की कमी से इनकार करते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि राज्यों व केंद्र-शासित क्षेत्रों के पास 1.24 करोड़ खुराकें पड़ी हुई हैं। इसके अलावा उन्हें अगले तीन दिनों के अंदर 94,66,420 खुराक़ें मिल जाएंगी।

केंद्र सरकार ने यह दावा भी किया है कि अब तक 32.92 करोड़ खुराक़ें राज्यों को मुफ़्त दी  जा चुकी हैं। 

राहुल पर तीखा हमला

इन तमाम दावों-प्रतिदावों और घात-प्रतिघातों के बीच बीजेपी ने एक बार फिर कांग्रेस पर ज़ोरदार हमला बोला है। 

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए ट्वीट किया, 'मैंने कल ही जुलाई महीने की कोरोना टीका उपलब्धता के बारे में बताया था, राहुल गांधी के साथ समस्या क्या है? क्या वे पढ़ते नहीं हैं? क्या वे समझते नहीं है?' 

इसके आगे और तेज़ हमला बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने विपक्ष की नेता पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, 'उग्रता और अज्ञान के वायरस का कोई टीका नहीं है। कांग्रस को अपने नेतृत्व को बुनियाद रूप से बदलने पर सोचना चाहिए।'

डॉक्टर हर्षवर्द्धन इसलिए बौखलाए हुए हैं कि इसके एक दिन पहले यानी बुधवार को राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, 'जुलाई आ गया, वैक्सीन नहीं आया।'

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