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उन्नाव: फ़ैसल की मौत पर हंगामा, परिजन बोले- पुलिस की पिटाई से गई जान

उन्नाव: फ़ैसल की मौत पर हंगामा, परिजन बोले- पुलिस की पिटाई से गई जान

उन्नाव जिले के बांगरमऊ में फ़ैसल नाम के युवक की मौत का मामला तूल पकड़ गया है। परिजनों का आरोप है कि फ़ैसल को पुलिस ने पीटा, फिर जबरन उठा कर थाने ले गई और वहां पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। 

उन्नाव जिले के बांगरमऊ में फ़ैसल नाम के युवक की मौत का मामला तूल पकड़ गया है। परिजनों का आरोप है कि फ़ैसल को पुलिस ने पीटा, फिर जबरन उठा कर थाने ले गई और वहां पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, एआईएमआईएम ने फ़ैसल के दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। फ़ैसल की उम्र 17 साल थी। 

पुलिस का बयान 

पुलिस अधीक्षक, उन्नाव का कहना है कि थाना बांगरमऊ में लॉकडाउन का पालन कराने के दौरान कार्रवाई के तहत एक व्यक्ति को पुलिस थाने लाया गया, जहां उसकी तबियत बिगड़ गई और उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। 

उन्होंने कहा कि वादी की तहरीर के आधार पर मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है और इसमें दो आरक्षी और एक होमगार्ड को नामजद किया गया है। उन्होंने बताया कि आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है जबकि होम गार्ड को नौकरी से निकाल दिया गया है। 

परिजनों का बयान 

बांगरमऊ के भटपुरी मोहल्ले के निवासी इसलाम का बेटा फ़ैसल शुक्रवार दिन में घर के बाहर सब्जी बेच रहा था। परिजनों के मुताबिक़, तभी स्थानीय पुलिसकर्मी वहां पहुंचे। उन्हें देखकर फ़ैसल भागा तो पुलिसकर्मियों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया और अपने साथ पुलिस थाने ले गए। थाने में उसे बुरी तरह पीटा गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई, उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। 

स्थानीय अख़बारों की ख़बरों के मुताबिक़, फ़ैसल के पिता इसलाम ग़रीब हैं और वह किसी बीमारी से पीड़ित हैं। उनके तीन बेटे हैं, जिनमें फ़ैसल बीच का था और वह सब्जी बेचकर घर का ख़र्च चलाता था। बाक़ी दो भाई भी मेहनत-मजदूरी करते हैं। 

परिजनों ने लगाया जाम 

फ़ैसल की मौत से आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने लखनऊ रोड चौराहे पर शव को रखकर जाम लगा दिया। हालांकि पुलिस के द्वारा निलंबन की कार्रवाई के बाद उन्होंने जाम ख़त्म कर दिया। परिजनों ने सरकारी नौकरी देने और पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देने की मांग की है। परिजनों के साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह यादव भी बैठे और पीड़ित परिवार की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात कराई। 

आप ने कहा- यह हत्या है

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि उन्नाव में पुलिस की बर्बरता ने हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री ठोक दो और मार दो की नीति से सरकार चला रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि वह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने जो किया है वो हादसा नहीं, हत्या है, इसलिए जांच के नाम पर पर्दा न डालें और दोषियों को फ़ौरन कड़ी सज़ा दिलवाएं। 

एआईएमआईएम की उत्तर प्रदेश इकाई ने कहा है कि उन्नाव पुलिस ने फ़ैसल की पीट-पीटकर हत्या की है और उनकी पार्टी फ़ैसल को इंसाफ़ दिलाने की लड़ाई लड़ेगी। 

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