एग्जिट पोल 2024ः हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत, J&K में इंडिया की संभावना
लोकसभा चुनाव में बेहद बेहतर प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस के लिए साल का अंत सुखद रहने की संभावना है, ऐसा एग्जिट पोल से संकेत मिलता है। पार्टी के हरियाणा में अगली सरकार बनाने की संभावना है, जिससे भाजपा का 10 साल का शासन समाप्त हो जाएगा। जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन आगे तो रहेगा लेकिन जनादेश खंडित हो सकता है। यह दोहराना जरूरी है कि यह सिर्फ एग्जिट पोल हैै। चुनाव का नतीजा अभी नहीं आया है। सर्वे एजेंसियां अक्सर गलत साबित होती रही हैं।
“
4 एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस को 90 में से 55 सीटें तक मिलने की बात कही गई है। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए होती हैं। जम्मू-कश्मीर में भी 90 सीटों में से कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 43 सीटें मिल सकती हैं जो बहुमत के आंकड़े से तीन कम हैं।
बीजेपी को हरियाणा में 24 और जम्मू-कश्मीर में 26 सीटें मिल सकती हैं। दो एग्जिट पोल - ध्रुव रिसर्च और पीपल्स पल्स ने हरियाणा में भाजपा को 32 सीटों दी हैं। हरियाणा में अभय चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल 3 सीटें और बीजेपी की पूर्व सहयोगी जेजेपी एक सीट जीत सकती है।
पहले एक नजर एक ही जगह हरियाणा के लिए किये गये सभी सर्वें पर नजर डालिए। सभी ने कांग्रेस की करीब 55 सीटें बताई हैं।
आज तक और सी वोटर ने अपने सर्वे में हरियाणा में कांग्रेस को 50-58 सीटें दी हैं। जबकि बीजेपी को 20-28 सीटें मिल सकती हैं।
दैनिक भास्कर अखबार ने कांग्रेंस को 44 से 54 सीटें दी हैं। उसने बीजेपी को 19 से 29 तक सीटें दी हैं।
- इस चुनाव में हरियाणा में सबसे बुरा हाल आम आदमी पार्टी का होने की भविष्यवाणी एग्जिट पैनलों ने की है। आप अपना खाता न खुलने वाला प्रदर्शन इस बार भी दोहरा सकती है। यह बताना जरूरी है कि यह अनुमान है, नतीजा नहीं है। नतीजे 8 अक्टूबर को आयेंगे।
मैट्रिज ने अपने पोल सर्वे में कांग्रेस को 55 से 62 तक सीटें दी हैं, जबकि बीजेपी को 18 से 24 सीटें मिल सकती हैं।
जम्मू कश्मीर में त्रिशंकु के बावजूद इंडिया की संभावनाएं
जम्मू-कश्मीर में एक दशक के बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं, एग्जिट पोल ने त्रिशंकु सदन की भविष्यवाणी की है। लेकिन इसमें इंडिया गठबंधन भारी पड़ रहा है और अगर पीडीपी ने उसे बाहर या सरकार में शामिल होकर समर्थन दिया तो इंडिया की सरकार बन सकती है। लेकिन यह सिर्फ संभावना है। हो सकता है कि अंतिम नतीजे में किसी पार्टी को बहुमत मिल जाये। तीन एग्जिट पोल से संकेत मिलता है कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस 43 सीटों पर सिमट सकती हैं। भाजपा का अनुमानित 26 का स्कोर उसे छोटे दलों या निर्दलीयों के साथ गठबंधन करने के लिए बहुमत के निशान से काफी दूर रख सकता है। महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी यानी पीडीपी आठ सीटें जीतने की संभावना है, और वो किंगमेकर बन सकती है। पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया है और केवल "धर्मनिरपेक्ष गठबंधन" के संदर्भ में बात कर रही है।
आजतक और सी वोटर ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को 40 से 48 सीटें दी हैं। इसमें कांग्रेस की सीटें शामिल हैं। इनमें जम्मू क्षेत्र की 11 से 15 सीटें भी हैं। कश्मीर घाटी में एनसी को 29 से 33 सीटें मिल सकती हैं। इसी एजेंसी ने बीजेपी को राज्य में कुल 27 से 32 तक सीटें दी हैं। जिसमें सारी सीटें जम्मू क्षेत्र की हैं। कश्मीर घाटी में बीजेपी को एकाध सीटें मिल सकती हैं।
दैनिक भास्कर ने एनसी और कांग्रेस गठबंधन को राज्य में 35 से 40 सीटें दी हैं। उसने बीजेपी को 20 से 25 सीटें दी हैं। पीडीपी को 4 से 7 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। अन्य को 12 से 18 सीटें मिल सकती हैं। जिनमें अधिकांश क्षेत्रीय नेता या भाजपा के प्रॉक्सी दल या लोग हैं। लेकिन इनके बड़ी तादाद में जीतने के बावजूद भाजपा की सरकार जम्मू कश्मीर में नहीं बन सकती।
जम्मू कश्मीर के एग्जिट पोल का कुल नतीजा यह भी है कि कश्मीर घाटी और जम्मू में मतदाताओं का रुझान पार्टियों को लेकर अलग-अलग साफ दिखता है। यानी जम्मू में भाजपा का बोलबाला इस एग्जिट पोल के हिसाब से है तो कश्मीर घाटी में नेशनल कॉन्फ्रेंस का बोलबाला है। जबकि कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसकी संभावनाएं दोनों क्षेत्रों जम्मू और कश्मीर में जताई गई हैं।