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गजा के अल शिफा में टनल का सबूत फिर पेश, हमास का खंडन 

गजा के अल शिफा में टनल का सबूत फिर पेश, हमास का खंडन 

गजा में अल शिफा अस्पताल में हमास टनल का दावा इजराइल ने फिर से किया है। इस बार भी कुछ वीडियो पेश किए गए हैं, जिनके जरिए बंधकों को रखने की बात कही गई है। हालांकि हमास ने इसका जोरदार तरीके से खंडन किया है। अस्पताल के डॉक्टर ने भी इजराइल के दावे को सफेद झूठ बताया है।

इजराइली सेना के दो संगठनों शिन बेट और आईडीएफ ने रविवार रात को एक वीडियो का खुलासा किया जिसमें हमास दो विदेशी बंधकों, एक थाई व्यक्ति और एक नेपाली व्यक्ति को 7 अक्टूबर को अल-शिफा अस्पताल में वापस लाता दिख रहा है। एक वीडियो में हमास के लोग एक व्यक्ति को अस्पताल के प्रवेश द्वार में घसीटते हुए ला रहे है। एक अन्य वीडियो में स्ट्रेचर पर एक व्यक्ति को दिखाया गया है जिसके सीने में चोट लगी है, जिससे बड़ी मात्रा में खून निकल रहा है, साथ ही उसका एक पैर भी कट गया है।

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मुनीर अल-बोर्श ने इज़राइल के इस दावे को खारिज कर दिया है कि उसे अल-शिफा अस्पताल में हमास सुरंग मिली और वहां बंधकों को रखा गया था। उन्होंने इसे "सफेद झूठ" बताया।

आईडीएफ ने यह नहीं बताया कि किस वीडियो में कौन सा विदेशी बंधक दिखाई दे रहा है। लेकिन कहा कि वीडियो फुटेज अस्पताल के आंतरिक सिस्टम से प्राप्त किए गए थे, हालांकि उन्हें प्राप्त करने में एक महीने से ज्यादा समय लग गया। इसके अलावा एक वीडियो में हमास के कब्जे में आईडीएफ सैन्य जीप भी अल शिफा में जाती दिख रही है।

आईडीएफ ने कहा कि वीडियो इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल के दक्षिण में हुए हमलों और बंधकों को लेने से जुड़े ऑपरेशन सेंटर के रूप में शिफा का इस्तेमाल किया था। लेकिन आईडीएफ की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं दिया गया कि ये बंधक अब कहां हैं, लेकिन हालिया बयानों में आईडीएफ अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि हमास के लोग बंधकों को लेकर शिफा से भाग गए हैं।

आईडीएफ ने यह भी खुलासा किया कि खुफिया जानकारी से पता चला है कि इजराइली बंधक नोआ मार्सियानो को शिफा में मार दिया गया था। यह हमास की उस कहानी के विपरीत है कि वो इज़राइली हवाई हमलों में मारी गई थी।

बहरहाल, गजा पर घातक इजराइली हमले जारी रखे हैं, जिसमें इंडोनेशियाई अस्पताल के आसपास के क्षेत्र सहित एन्क्लेव के कई क्षेत्रों को निशाना बनाया गया है। 7 अक्टूबर को बमबारी शुरू होने के बाद से अब तक 13,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इज़राइल में, हमास के हमलों में मरने वालों की आधिकारिक संख्या लगभग 1,200 है।

अल जजीरा के मुताबिक इजराइली सेना अब इंडोनेशियाई अस्पताल को घेर रही है, और वे अस्पताल के आसपास बमबारी कर रहे हैं। गवाहों से जो जानकारी मिली है, उससे ऐसा लगता है कि इजराइली सेनाएं अल-शिफा अस्पताल में जो हुआ उसे दोहराने जा रही हैं। ऐसा लग रहा है कि इंडोनेशियाई हॉस्पिटल पर धावा बोलने की कोशिश होगी। अब यही हो रहा है। साथ ही, अस्पताल में जनरेटर भी बंद कर दिया गया है, जो एकमात्र ऐसा अस्पताल है जो अभी भी गजा शहर और गजा के उत्तर में एक छोटी चिकित्सा सुविधा के साथ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की कोशिश कर रहा है।

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