चुनाव नजदीक, एमपी-छत्तीसगढ़ के लिए आज खुलेगा सरकारी खजाना
पीएम मोदी गुरुवार को सबसे पहले मध्य प्रदेश के बीना में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये के पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखेंगे। इसी प्रोजेक्ट के तहत एमपी में 10 नई औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला शामिल है। यानी एमपी में विकास की जो गंगा गुरुवार को बहाई जाएगी, वो काम भविष्य में होने हैं।
हालांकि बीपीसीएल ने कहा कि यह प्रोजेक्ट एमपी में कौशल विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा और सिर्फ निर्माण के दौरान ही 15,000 नौकरियां पैदा होंगी। इसके अलावा एक लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। जाहिर सी बात है कि ऐसे प्रोजेक्ट को पूरा होने में वर्षों लगते हैं। लेकिन युवकों में एक उम्मीद तो जगा ही जाएंगे।
रिफाइनरी प्रोजेक्ट के साथ जो 10 औद्योगिक प्रोजेक्ट विकसित होंगे, उनकी तस्वीर भी कम सुनहरी नहीं है। सभी दस प्रोजेक्ट जब पूरे होंगे तो एमपी के युवक जॉब की उम्मीद कर सकते हैं। इसमें नर्मदापुरम जिले में बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र (₹460 करोड़), इंदौर में दो आईटी पार्क (₹550 करोड़), रतलाम में मेगा औद्योगिक पार्क (₹460 करोड़) जो कपड़ा, ऑटो, फार्मा का एक प्रमुख केंद्र होगा; और ₹310 करोड़ की संचयी लागत पर शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगर मालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में छह नए औद्योगिक क्षेत्र बनाए जाएंगे। यह सवाल व्यर्थ है कि अगर ये प्रोजेक्ट सरकार बनने के साथ ही शुरू हो गए होते तो काफी युवक एमपी में अब तक रोजगार पा चुके होते।
पीएम मोदी इसके बाद छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में जाएंगे। वहां भी वो लगभग 6,350 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, नौ जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे और 1 लाख 'स्किल सेल परामर्श कार्ड' वितरित करेंगे। रेल परियोजनाओं में छत्तीसगढ़ पूर्व रेल परियोजना चरण- I शामिल है जिसमें चंपा से जमगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और तलाईपल्ली कोयला खदान को एनटीपीसी लारा सुपर थर्मल से जोड़ने वाली एमजीआर (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली शामिल है। पावर स्टेशन (एसटीपीएस)। परियोजनाएं यात्रियों और माल ढुलाई दोनों के लिए आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगी।
छत्तीसगढ़ में रेल परियोजना चरण- I को पीएम गतिशक्ति मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जा रहा है। इसमें खरसिया से धरमजयगढ़ तक 124.8 किलोमीटर की रेल लाइन शामिल है, जिसमें गारे-पेलमा के लिए एक स्पर लाइन और छल को जोड़ने वाली 3 फीडर लाइनें शामिल हैं। इनसे बरौद, दुर्गापुर और अन्य कोयला खदानों तक पहुंच बनेगी।
भविष्य की योजना का शिलान्यासः पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में 50 बिस्तरों वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के तहत दुर्ग, कोंडागांव, राजनांदगांव, गरियाबंद, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ जिलों में नौ क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लागत ₹210 करोड़ से अधिक होगी। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवा के लिए जो भी कदम उठाए जाएं, कम हैं। लेकिन केंद्र का ध्यान चुनाव नजदीक आने के साथ गया है। अगर यही प्रोजेक्ट पांच साल पहले शुरू हुआ होता तो अब तक काम कर रहा होता और तब पीएम मोदी उनके नाम पर वोट मांग सकते थे। लेकिन भविष्य की योजनाओं की तस्वीर इलाके के लिए एक उम्मीद तो है ही।
पीएम मोदी छत्तीसगढ़ में एक लाख स्किल सेल परामर्श कार्ड भी वितरित करेंगे। स्किल सेल परामर्श कार्ड का वितरण राष्ट्रीय स्किल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन (एनएसएईएम) के तहत किया जा रहा है, जिसे जुलाई 2023 में लॉन्च किया गया था।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा चुनावी मुकाबले में कांग्रेस के खिलाफ बहुत मजबूत नहीं पा रही है। एमपी में हालांकि भाजपा की सरकार है लेकिन जबरदस्त गुटबाजी के कारण भाजपा मुकाबला चुनौतीपूर्ण मान रही है। भाजपा के बहुत सारे नेता कांग्रेस में चले गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जितनी भी लोकलुभावन घोषणाएं हो सकती थीं, सब कर डाली हैं। वो किसी मार्केटिंग मैनेजर की तरह वहां स्कीमों को लॉन्च कर रहे हैं या लाभ दे रहे हैं। दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी स्कीमों को लॉन्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा खोई जमीन हासिल करने की कोशिश कर रही है लेकिन फिलहाल वहां कांग्रेस की एकजुटता से मुकाबला बहुत मुश्किल वाला बना हुआ है।