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एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ पर ईडी के छापे क्यों?

एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ पर ईडी के छापे क्यों?

महाराष्ट्र के एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के ठिकानों पर आख़िर ईडी ने क्यों छापेमारी की? जानिए, एनसीपी ने केंद्रीय एजेंसी पर क्या आरोप लगाया है।

ईडी ने बुधवार को एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ के कार्यालयों और परिसरों पर छापे मारे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ये छापे कथित तौर पर एक घोटाले के सिलसिले में मारे गए हैं। राज्य के कोल्हापुर जिले में एक सहकारी चीनी मिल की खरीद में कथित अनियमितताओं से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने पिछले साल मुश्रीफ पर 100 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था।

हसन मुश्रीफ ने एक बयान में कहा है, 'आज सुबह ईडी ने मेरे घर, मेरी बेटी के घर और मेरे रिश्तेदारों के घर पर छापा मारा। मैं अपने कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूँ कि वे शांति बनाए रखें और सरकारी कर्मचारियों को अपना काम करने दें। छापेमारी डेढ़ साल पहले भी हुई थी और मैंने एजेंसी को सारी जानकारी दी थी, पता नहीं फिर से छापे क्यों पड़ रहे हैं।'

शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि तलाशी विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने की सरकार की रणनीति का हिस्सा है। इसने कहा है कि इस तरह के छापे विशेष रूप से उनके ख़िलाफ़ पड़ते हैं जो सरकार के खिलाफ बोलते हैं।

एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने इस कार्रवाई पर बयान दिया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "हमने देश में देखा है कि ईडी के 90-95 प्रतिशत छापे विपक्षी दलों के नेताओं पर किए जाते हैं। यह प्रवृत्ति महाराष्ट्र में भी है जहां उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद कहा था कि उनके पास एक 'ईडी सरकार' है। 'ईडी सरकार' का मतलब है 'एकनाथ और देवेंद्र सरकार'।"

सुले ने कहा कि हालांकि उन्होंने हसन मुश्रीफ से अभी तक बात नहीं की है, लेकिन वह ईडी अधिकारियों के साथ सहयोग करेंगे।

सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सुले ने कहा कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के बजाय सरकार को अपना ध्यान बेरोजगारी और महँगाई जैसे मुद्दों से निपटने पर केंद्रित करना चाहिए।

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि मुश्रीफ पर छापा इस बात को उजागर करता है कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, 'इससे पहले, अनिल देशमुख, नवाब मलिक और मुझे सरकार द्वारा निशाना बनाया गया था। और, अब वे एनसीपी नेता के यहां छापेमारी कर रहे हैं। यह सब सत्ता के दुरुपयोग और विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने की कोशिश को दर्शाता है।'

 - Satya Hindi

राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, 'आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा था कि मुसलमानों को भारत में डरने की कोई बात नहीं है और उनके बयान के बमुश्किल 24 घंटे के भीतर एक प्रमुख मुस्लिम नेता और राकांपा के पूर्व मंत्री के घर पर ईडी ने पुणे और कोल्हापुर में छापा मारा है।' 

तापसे ने कहा कि महागठबंधन को कमजोर करने और उसके नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए भाजपा लगातार महा विकास अघाड़ी के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।

इस मामले में किरीट सोमैया का कहना है कि यह छापेमारी कोई बदले की भावना या दुश्मनी निकालने के लिए नहीं की गई है। एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार सोमैया ने कहा है कि हसन मुश्रीफ ने घोटाला किया है इसलिए उनके खिलाफ जांच एजेंसी कार्रवाई कर रही है।

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