ईडी ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल को गुरुवार दोपहर बाद रद्द की जा चुकी नई शराब नीति में हुए कथित घोटाले में पूछताछ के लिए तलब किया है। केजरीवाल की पेशी ईडी के सामने हो, इससे पहले गुरुवार तड़के ईडी ने केजरीवाल कैबिनेट के मंत्री राजकुमार आनंद के घर छापे की कार्रवाई शुरू की। यह खबर लिखे जाने के समय कार्रवाई जारी थी।
सूत्रों ने बताया कि सिविल लाइंस इलाके में मंत्री के आवास के अलावा उनसे जुड़े 9 परिसरों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। हालांकि केजरीवाल से दिल्ली की शराब नीति के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग जांच पर पूछताछ की जाएगी, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि क्या मंत्री राजकुमार आनंद के परिसरों पर ईडी के छापे भी उससे जुड़े थे। ईडी सूत्रों ने कहा कि यह तलाशी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में है।
राजकुमार आनंद (57 वर्षीय) पटेल नगर से विधायक हैं। आनंद को इस साल की शुरुआत में मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय आवंटित किया गया था। बाद में स्वास्थ्य का जिम्मा सौरभ भारद्वाज को और शिक्षा का जिम्मा आतिशी को दिया गया।
यह छापेमारी ऐसे समय में हुई है जब मनीष सिसौदिया, सत्येन्द्र जैन और आप सांसद संजय सिंह अलग-अलग मामलों में जेल में हैं। जिस शराब मामले में मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था, उस मामले में ईडी गुरुवार 2 नवंबर को केजरीवाल से पूछताछ करेगी। यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल को शराब मामले में पूछताछ का सामना करना पड़ेगा। अप्रैल में केजरीवाल को सीबीआई ने समन किया था और उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की गई थी।
आम आदमी पार्टी ने दो दिन पहले कहा था कि उसे पता चला कि ईडी केजरीवाल को गिरफ्तार करेगी। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा था कि अगर केजरीवाल गिरफ्तार हो गए तो पार्टी और दिल्ली सरकार जेल से चलेगी। AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि केजरीवाल के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जाएगा और जेल में डाल दिया जाएगा - इनमें हेमंत सोरेन, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, अभिषेक बनर्जी, एमके स्टालिन, पिनाराई विजयन आदि शामिल हैं।