प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल सरकार के द्वारा लाई गई और फिर वापस ली गई आबकारी नीति के मामले में कारोबारी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने कुछ महीने पहले इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर में अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी सहयोगी बताया था।
सीबीआई ने एफआईआर में आरोप लगाया था कि ये तीनों शराब लाइसेंस धारियों से इकट्ठा किए गए धन को मैनेज करने और इसे डाइवर्ट करने के काम में शामिल थे।
आबकारी नीति के मामले में अब तक कुल 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सितंबर महीने में शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को भी ईडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
कुछ दिन पहले सीबीआई और ईडी ने आबकारी नीति के मामले में चार्जशीट दायर की थी। लेकिन दोनों एजेंसियों की ओर से दायर की गई चार्जशीट में मनीष सिसोदिया का नाम नहीं था। ऐसे में सवाल उठा था कि आखिर मनीष सिसोदिया का नाम इनमें क्यों नहीं है जबकि एजेंसियों की ओर से मनीष सिसोदिया के घर, उनके बैंक लॉकर की छापेमारी की गई और उनसे पूछताछ भी की गई।
बताना होगा कि नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में पिछले कई महीनों से जबरदस्त बवाल चल रहा है। इस मामले में मनीष सिसोदिया के सहयोगी और कारोबारी दिनेश अरोड़ा सरकारी गवाह बने थे।
कुछ दिन पहले जांच एजेंसी ईडी ने दावा किया था कि आबकारी नीति में 100 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी हुई थी। ईडी ने दावा किया था कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित तीन दर्जन से अधिक वीआईपी ने कथित तौर पर डिजिटल सुबूतों को मिटाने के लिए 140 से अधिक मोबाइल फोन बदले थे।
सीबीआई ने कुछ महीने पहले मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी और गाजियाबाद के पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में स्थित उनके बैंक लॉकर को भी खंगाला था। सिसोदिया को कुछ दिन पहले जांच एजेंसी सीबीआई के द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तब आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था।
भ्रष्टाचार का आरोप
बीजेपी का कहना है कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है जबकि आम आदमी पार्टी सरकार का कहना है कि यह पूरा मामला फर्जी है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
ताबड़तोड़ छापेमारी और गिरफ्तारी
आबकारी नीति के मामले में जांच एजेंसी ईडी ने बीते महीनों में देशभर में कई जगहों पर छापेमारी की है। ईडी ने दिल्ली में 25 जगहों पर छापेमारी की थी जबकि उससे पहले दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हैदराबाद में 35 जगहों पर ईडी के अफसरों की टीम पहुंची थी।