चुनावी रैलियों, रोड शो पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों की चुनावी रैलियों और रोड शो पर प्रतिबंध को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया है। हालाँकि इसने 10 और 14 फ़रवरी के दो चरणों के चुनाव के लिए कुछ रियायतें भी दी हैं।
चुनाव आयोग ने जिस दिन पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम का एलान किया था उस दिन कहा था कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, पदयात्राएं, रैलियां और अन्य चुनावी कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे। 15 जनवरी को समीक्षा करने के बाद आयोग ने इन पाबंदियों को 22 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया था। आज इस पर फ़ैसला लिया जाना था इसलिए चुनाव आयोग ने दिन में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और मुख्य स्वास्थ्य सचिव के साथ बैठक की थी। जिन पाँच राज्यों में चुनाव होने हैं वहाँ कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई।
चुनाव आयोग ने आज जो फ़ैसला लिया है उसका अंदेशा पहले से ही जताया जा रहा था। कहा जा रहा था कि जिस तरह के हालात कोरोना के चलते बन रहे हैं उसमें ऐसा नहीं लगता कि चुनाव आयोग चुनावी राज्यों में किसी तरह के बड़े चुनावी कार्यक्रम करने की इजाजत देगा।
चुनाव आयोग का यह फ़ैसला तब आया है जब देश में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 3,37,704 नए मामले सामने आए हैं और 488 लोगों की मौत हुई है। कल कोरोना के 3,47,254 मामले सामने आए थे। एक्टिव मामलों का आंकड़ा बढ़कर 21,13,365 हो गया है। उधर, ओमिक्रॉन के मामलों का आंकड़ा बढ़कर 10,050 हो गया है।
हालाँकि इस बार चुनाव आयोग ने 28 जनवरी से पहले चरण के लिए और 1 फरवरी से दूसरे चरण के लिए राजनीतिक दलों या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की जनसभाओं के लिए छूट की अनुमति दी है।
आयोग ने कहा कि डोर-टू-डोर प्रचार के लिए पांच लोगों की सीमा को बढ़ाकर 10 कर दिया गया है। इसमें सुरक्षा कर्मियों को नहीं जोड़ा जाएगा। साथ ही कोरोना प्रतिबंधों के साथ कुछ खुले स्थानों पर प्रचार के लिए वीडियो वैन की भी इजाजत दी गई है।
वर्चुअल चुनाव प्रचार तेज
ऐसे हालात में सभी राजनीतिक दलों ने वर्चुअल चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। सभी राजनीतिक दल फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम वॉट्सऐप सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी चुनावी जंग लड़ रहे हैं।
कोरोना के हालात को देखते हुए पोलिंग बूथ पर थर्मल स्कैनिंग, मास्क समेत तमाम जरूरी इंतजाम करने के निर्देश चुनाव आयोग ने दिए हैं। पोलिंग बूथ भी ग्राउंड फ्लोर पर बनाए जा रहे हैं।
पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक चरण में जबकि उत्तर प्रदेश में सात और मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आएंगे।