डोनल्ड ट्रंप- कैदी नंबर P01135809, थोड़ी ही देर में जेल से रिहा
डोनल्ड ट्रंप आख़िरकार जेल की हवा खा आए! सरेंडर करने अटलांटा जेल गए। पुलिस रिकॉर्ड में तैयार किए जाने वाले अपराधियों का जिस तरह हुलिया दर्ज किया जाता है उस तरह उनकी तस्वीर खींची गई और उनका हुलिया लिखा गया। वह कैदी नंबर P01135809 हुए। हालाँकि क़रीब 20 मिनट बाद उनको जेल से रिहा कर दिया गया। यह अमेरिकी इतिहास में पहली बार हुआ कि किसी पूर्व राष्ट्रपति को इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ा हो।
जॉर्जिया में 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को पलटने की साजिश रचने के आरोप में अटलांटा जेल में मामला दर्ज होने के बाद डोनल्ड ट्रम्प अपने आपराधिक मगशॉट (पुलिस रिकॉर्ड के लिए तस्वीर खिंचवाने) के लिए गुरुवार शाम को जेल गए। इस मामले में उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था। अन्य प्रतिवादियों की तरह 77 वर्षीय ट्रम्प ने अपना मग शॉट लिया। यह किसी भी सेवारत या पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए पहली बार था।
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— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 25, 2023
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, फुल्टन काउंटी जेल रिकॉर्ड के अनुसार, डोनल्ड ट्रम्प - कैदी नंबर P01135809 को मगशॉट में कैमरे की ओर घूरते हुए कैद किया गया। यह तस्वीर ट्रम्प के लिए एक और असाधारण क्षण को बताती है। उन्हें अब तक अपने ख़िलाफ़ तीन अन्य आपराधिक मामलों में उपस्थिति के दौरान कोई तस्वीर जमा करने की ज़रूरत नहीं पड़ी थी।
फुल्टन काउंटी जेल ने उनकी ऊंचाई छह फुट तीन इंच (1.9 मीटर), उनका वजन 215 पाउंड (97 किलोग्राम) और उनके बालों का रंग 'ब्लोंड या स्ट्रॉबेरी' बताया है। रिपोर्ट के अनुसार शेरिफ कार्यालय द्वारा जारी की गई तस्वीर में ट्रम्प गहरे नीले रंग का सूट, सफेद शर्ट और लाल टाई पहने हुए कैमरे पर चिल्ला रहे थे।
अपनी गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा कि यह 'अमेरिका के लिए बहुत दुखद दिन' था। ट्रंप ने कहा, 'यहां जो हुआ वह न्याय का मजाक है। मैंने कुछ गलत नहीं किया।'
ट्रम्प ने अपने न्यूजर्सी गोल्फ क्लब में वापस जाने से पहले जेल में केवल 20 मिनट बिताए। अटलांटा के हर्ट्सफील्ड-जैक्सन हवाई अड्डे पर अपने निजी विमान में चढ़ने से पहले उन्होंने अपना दावा दोहराया कि यह अभियोजन राजनीति से प्रेरित है।
ट्रम्प को जॉर्जिया मामले में 13 आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें रैकेटियरिंग भी शामिल है, जिसका उपयोग आम तौर पर संगठित अपराध को निशाना बनाने के लिए किया जाता है। उनपर यह भी आरोप है कि राज्य के अधिकारियों पर अपने चुनावी हार को उलटने के लिए दबाव डालने और बाइडेन की 2020 की जीत की औपचारिक प्रमाणन प्रक्रिया को कमजोर करने के लिए मतदाताओं की एक ग़लत सूची बनवाने की कोशिश की थी।
बता दें कि ट्रंप और उनके 18 सहयोगियों पर जॉर्जिया में 2020 के चुनाव में हस्तक्षेप करने को लेकर अभियोग लगाया गया है। ट्रम्प और 18 सहयोगियों पर 2020 के चुनाव में हार को पलटने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया। इसी महीने अभियोजकों ने 97 पन्नों के अभियोग में ट्रम्प और उनके सहयोगियों द्वारा युद्ध मैदान में उनकी हार को पलटने के लिए दर्जनों कृत्यों का विवरण दिया है। इनमें उनके सत्ता में बने रहने के लिए जॉर्जिया के रिपब्लिकन सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट को पर्याप्त वोट पाने को कहना, मतदाता धोखाधड़ी के फर्जी दावों के साथ अधिकारियों को परेशान करना और इसके प्रयास करना, जॉर्जिया के सांसदों को मतदाताओं की इच्छा को नज़रअंदाज़ करने और ट्रम्प के अनुकूल इलेक्टोरेट कॉलेज मतदाताओं की एक नई सूची तैयार करने के लिए राजी करना शामिल है। इसके अलावा इसमें जॉर्जिया काउंटी में वोटिंग मशीनों के साथ छेड़छाड़ करने और डेटा चुराने की योजना की भी रूपरेखा दी गई है।
ट्रंप के ख़िलाफ़ क़रीब दो महीने पहले ही गुप्त दस्तावेजों को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं। ट्रम्प को गुप्त दस्तावेजों से निपटने के तौर-तरीकों के लिए फेडरल ग्रांड जूरी द्वारा जून महीने में आरोपी बनाया गया।
रिपोर्ट के अनुसार उन्हें व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अपने फ्लोरिडा घर में गुप्त दस्तावेजों को रखे रहने और न्याय में बाधा डालने के लिए आरोपित किया गया है।
डोनल्ड ट्रंप वो सख्स हैं जिन्होंने राष्ट्रपति रहने के दौरान दो बार महाभियोगों का सामना किया। उनपर कैपिटल हिल बिल्डिंग में हिंसा के लिए आरोप लगाए गए। पिछले साल यूएस कैपिटल पर भीड़ के हमले की जांच कर रहे एक कांग्रेस पैनल ने कहा था कि तब चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने सत्ता में बनने रहने के लिए तख्तापलट की कोशिश की थी। इसने यह भी कहा था कि तब ट्रंप ने अपने कथित भड़काऊ बयान से अपने समर्थकों की भीड़ को इकट्ठा किया और 'हमले के लिए भड़काया'।
बता दें कि 6 जनवरी 2021 को चुनाव में डोनल्ड ट्रंप के हार न मानने के कारण हिंसा हुई थी। उसमें कम से कम 5 लोग मारे गए थे और कई घायल भी हुए थे। दरअसल, यह घटना तब हुई थी जब यूएस हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट ने इलेक्टोरल कॉलेज के परिणामों के प्रमाणन पर विचार करने के लिए एक संयुक्त सत्र बुलाया था। इसमें पता चल रहा था कि डेमोक्रेट जो बाइडन ने डोनल्ड ट्रम्प को हरा दिया है। लेकिन शुरुआती चुनाव नतीजों के बाद से ही हार नहीं मानने पर अड़े ट्रंप ने वाशिंगटन में अपने समर्थकों की एक रैली की थी और कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था।