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तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस सीट फाइनल, एक्टर कमलहासन की पार्टी को 1 सीट

तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस सीट फाइनल, एक्टर कमलहासन की पार्टी को 1 सीट

उत्तर भारत में इंडिया गठबंधन को भले ही सफलता नहीं मिल रही हो। लेकिन दक्षिण में इंडिया गठबंधन की पार्टियों आपस में सीट शेयरिंग कर रही हैं। तमिलनाडु में डीएमके और कांग्रेस में समझौता लगभग पक्का हो गया है। एक सीट एक्टर कमलाहासन की पार्टी को भी मिलेगी। जानिए तमिलनाडु की पूरी राजनीतिः

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके ने कांग्रेस और कमल हासन की मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) के साथ सीट-बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को दस सीटें मिलने की संभावना है, जबकि कमल हसन की पार्टी को एक सीट मिल सकती है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सूत्रों का कहना है कि आधिकारिक घोषणा शनिवार शाम को कांग्रेस और डीएमके की संयुक्त बैठक के बाद की जाएगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "हमारी टीम शनिवार शाम छह बजे मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी। हमें कुल दस सीटें मिल रही हैं।"

डीएमके ने सीपीाई और सीपीआईएम को दो-दो सीटें आवंटित की हैं, साथ ही इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और कोंगु देसा मक्कल काची को एक-एक सीट आवंटित की है। विदुथलाई चिरुथिगल काची को भी दो सीटें आवंटित की गई हैं।

डीएमके और कांग्रेस के बीच 2019 के आम और 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों में भी गठबंधन रहा है और दोनों ने मिलकर शानदार जीत हासिल की थी। 2019 में कांग्रेस ने तमिलनाडु की नौ में से आठ सीटें जीतीं, जबकि डीएमके ने 39 में से 38 सीटें जीतीं। इंडिया गठबंधन के प्रमुख वास्तुकारों में से एक के रूप में देखे जाने वाले एम के स्टालिन की डीएमके 2019 की जीत को दोहराने के लिए पूरी कोशिश में है।

कमलहासन ने कहा कि वह देश के कल्याण के लिए डीएके के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हुए हैं। कमलहासन ने कहा, "मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं देश की खातिर डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हुआ हूं, किसी पद के लिए नहीं।" चेन्नई में डीएमके मुख्यालय अन्ना अरिवलयम में मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, "मैं गठबंधन को अपना पूरा समर्थन देता हूं।"

सूत्रों ने कहा कि एमएनएम तमिलनाडु की 39 लोकसभा सीटों और एकमात्र पुडुचेरी क्षेत्र में गठबंधन के लिए प्रचार करेगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पिछली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कमल हासन दिल्ली में राहुल के साथ शामिल भी हुए थे। कमल हासन अपनी बेबाक बात कहने के लिए जाने जाते हैं। पिछले साल उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर देश में बढ़ती साम्प्रदायिकता का मुद्दा उठाया था। सूत्रों का कहना था कि भाजपा ने कमल हासन को एनडीए में शामिल होने या भाजपा से हाथ मिलाने की पेशकश की थी लेकिन कमल हासन ने साफ इनकार कर दिया था।

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