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भारत ने शांति का पक्ष चुना, बूचा नरसंहार निंदनीय: जयशंकर

भारत ने शांति का पक्ष चुना, बूचा नरसंहार निंदनीय: जयशंकर

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लगभग डेढ़ महीने का वक्त होने वाला है लेकिन इस बीच यूक्रेन के बूचा में रूसी सैनिकों के द्वारा कथित रूप से किए गए नरसंहार की वजह से रूस की दुनिया भर में निंदा हो रही है।

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को लोकसभा में भारत का पक्ष रखा। उन्होंने बूचा में हुए नरसंहार की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और भारत इस नरसंहार की स्वतंत्र जांच की हिमायत करता है। 

विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि भारत ने शांति का पक्ष चुना है और ऐसा हिंसा जल्द खत्म हो इसलिए किया गया है।

विदेश मंत्री ने कहा कि यही भारत का स्टैंड है और हमने अंतरराष्ट्रीय मंचों और बहसों में इसे ही सामने रखा है।

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लगभग डेढ़ महीने का वक्त होने वाला है लेकिन इस बीच यूक्रेन के बूचा में रूसी सैनिकों के द्वारा कथित रूप से किए गए नरसंहार की वजह से रूस की दुनिया भर में निंदा हो रही है।

हालांकि रूस ने इसमें हाथ होने से इनकार किया है।

बूचा नरसंहार को लेकर यूक्रेन की ओर से कहा गया था कि यूक्रेन की सेना को कई महिलाओं के शव मिले थे जिनके साथ बलात्कार किया गया था। इसके साथ ही बच्चों और आम लोगों के भी शव मिले थे। यूक्रेन की ओर से कहा गया था कि रूस के द्वारा यहां के 300 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।

विदेश मंत्री ने यूक्रेन में फंसे छात्रों व भारतीयों को सकुशल वतन लाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा अभियान को बेहद चुनौतीपूर्ण बताया। 

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से बातचीत कर युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने की बात कह चुके हैं। इस बीच रूस के विदेश मंत्री ने भी भारत का दौरा किया है और भारत ने दोनों देशों के बीच बातचीत पर ही जोर दिया है।

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