दिलीप कुमार और बिल्डर में झगड़ा, मोदी से गुहार
बिल्डरों के झमेले से मशहूर ऐक्टर दिलीप कुमार भी नहीं बच पाए। विवाद मुंबई की पाली हिल प्रॉपर्टी का है जहाँ दिलीप कुमार और उनकी पत्नी सायरा बानो 50 साल से ज़्यादा समय तक रहे थे। ऐक्टर इस पर अपना दावा जता रहे हैं तो बिल्डर का कहना है कि दिलीप कुमार सिर्फ़ एक किरायेदार थे। अब सायरा बानो ने बिल्डर के ख़िलाफ़ पीएम से शिकायत करने के लिए मिलने का समय माँगा है। इस पर विवाद और बढ़ने के आसार हैं क्योंकि जिस प्लॉट पर विवाद है, उसकी क़ीमत रीयल एस्टेट मार्केट में क़रीब 250 करोड़ रुपये बताई जाती है।
Request from Saira Banu Khan: To the Hon’ble @PMOIndia Shri @narendramodi Awaiting for appointment. I am tired of repeated assurances from CM @Dev_Fadnavis “I AM TRYING“ Sir you are the last hope of protecting DILIP SAHAB’s only house from Land Mafia Samir Bhojwani. I beg 🙏🙏🙏
— Dilip Kumar (@TheDilipKumar) December 18, 2018
क़रीब आधे एकड़ के इस प्लॉट पर विवाद हाल ही में तब शुरू हुआ जब सायरा बानो ने बिल्डर समीर भोजवानी पर उत्पीड़न और प्रॉपर्टी हथियाने के प्रयास का आरोप लगाया।
इस मामले की शिकायत करने के लिए सायरा बानो ने हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और पुलिस अफ़सर से मुलाक़ात की। उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर फ़र्ज़ी डॉक्युमेंट के आधार पर उन्हें बंगला परिसर से भगाना चाहता है। उन्होंने इसके बारे में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ रजिस्ट्रार से शिकायत भी की है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सायरा ने सीएम को पत्र भी लिखा था। इसमें उन्होंने कहा, 'आरोपी पूरी तरह से यह बात जानते हैं कि मेरे पति 94 साल के हो गए हैं। ऐसे दबाव के चलते उनका और मेरा स्वास्थ्य और ख़राब होता जा रहा है। इसका लाभ लेते हुए आरोपी हमारे ख़िलाफ़ सभी सरकारी मशीनरी का उपयोग कर सकते हैं।”
दिलीप कुमार सिर्फ़ किरायेदार: भोजवानी
लग्ज़री रेज़िडेंशल बिल्डिंग बनाने वाले समीर भोजवानी का कहना है कि 1953 से बंगले में रह रहे दिलीप कुमार सिर्फ़ किरायेदार हैं। भोजवानी के पिता नारायण ने 1986 में इस प्रॉपर्टी को मुलराज खटाऊ ट्रस्ट से ख़रीदा था। उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट में बताया कि तब मेरे पिता मकान मालिक बन गए थे और दिलीप कुमार उनके पिता के किरायेदार। उन्होंने दावा किया कि पिता की मृत्यु के बाद दिलीप कुमार उनके किरायेदार बन गए।
क्या चाहते हैं दिलीप कुमार
दिलीप कुमार ने क़रीब 9 साल पहले बंगले को तुड़वा दिया और ऊँची इमारत खड़ी करने के लिए श्रेयांस रिसोर्सेज़ और गोल्ड बीम कंस्ट्रक्शंस (परिजिता डिवेलपर्स) के साथ समझौता किया। इस समझौते के अनुसार दिलीप कुमार को कुछ रक़म मिलने के अलावा इमारत व प्लॉट में 50 फ़ीसदी की हिस्सेदारी रहनी थी।
काम शुरू नहीं होने पर दिलीप कुमार ने परिजिता डिवेलपर्स से साथ समझौता तोड़ दिया। कंपनी ने मामले को सुप्रीम कोर्ट में घसीटा तो कोर्ट ने दिलीप कुमार को 20 करोड़ रुपये परिजिता डिवेलपर्स को लौटाने को कहा। अब दिलीप कुमार ने बिल्डिंग के लिए ब्लैक रॉक के किशोर बजाज के साथ समझौता किया है।