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बीजेपी ने कांग्रेस विधायक को दिया 100 करोड़ का ऑफर : दिग्विजय

बीजेपी ने कांग्रेस विधायक को दिया 100 करोड़ का ऑफर : दिग्विजय

दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों की ख़रीद-फरोख़्त का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि विधायकों को 25 करोड़ से 100 करोड़ रुपयों तक के ऑफर के साथ मंत्री पद का लालच दिया गया है। 

दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों की ख़रीद-फरोख़्त का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि विधायकों को 25 करोड़ से लेकर 100 करोड़ रुपयों तक के ऑफर के साथ मंत्री पद का लालच दिया गया है। उन्होंने शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग के नाम भी लिए हैं। 

मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रेस रूम में मंगलवार को मीडिया से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर कई आरोप लगाए। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘इस तरह का लालच कई विधायकों को दिया गया है।’ उन्होंने रिकॉर्डिंग का दावा भी किया। सिंह ने कहा, ‘ज़रूरत पड़ने पर इसे पेश कर देंगे।’

दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘सबलगढ़ से हमारे विधायक बैजनाथ कुशवाहा को बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने एसएमएस किया। एक ढाबे पर उन्हें शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग से मिलवाया। दोनों पूर्व मंत्रियों ने कुशवाहा को बीजेपी का साथ देने के लिए 100 करोड़ रुपये तथा मंत्री पद का प्रलोभन दिया।’

ख़रीद-फरोख़्त का आरोप दिग्विजय सिंह पहले भी लगा चुके हैं। मंगलवार को पहली बार उन्होंने शिवराज सरकार में रहे दो पूर्व मंत्रियों और विधायक के नाम का खुलासा किया। सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस और उसकी सरकार का समर्थन कर रहे विधायक बिकाऊ नहीं, पूरी तरह से टिकाऊ हैं।’ यह पूछने कि 100 करोड़ के प्रस्ताव की एफ़आईआर कांग्रेस करायेगी? सिंह ने कहा, ‘हर बात की एफ़आईआर नहीं लिखाई जाती है।’

‘लंगड़ी सरकार बताना राज्यपाल के विवेक को चुनौती’

पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कमलनाथ सरकार को लंगड़ी सरकार बताये जाने पर आपत्ति करते हुए कहा, ‘बीजेपी नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह कहना कि सरकार लंगड़ी है, सीधे-सीधे प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के संवैधानिक मर्यादाओं के अंदर लिए गए फ़ैसले को चुनौती है।’ दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘121 विधायकों वाली सरकार (स्पष्ट बहुमत के लए 116 की ज़रूरत होती है) को लंगड़ी सरकार बताने वाले शिवराज सिंह को राज्यपाल से क्षमा-याचना करनी चाहिए।’

सिरे से ख़ारिज किए आरोप

नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया। मिश्रा ने कहा, ‘कांग्रेस अंदरूनी कलह से बौखलाई और घबराई हुई है। दिग्विजय सिंह के आरोपों को निराधार करार देते हुए एक्शन की बात भी उन्होंने कही।’ सारंग ने भी कहा, ‘निराधार आरोप लगाकर सनसनी फैलाना दिग्विजय सिंह जी की फितरत बन चुकी है।’

कांग्रेस उम्मीदवार प्रजापति बने स्पीकर

मंगलवार को राज्य विधानसभा में स्पीकर पद के लिए सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और प्रतिपक्ष बीजेपी के बीच ज़ोरदार कशमकश हुई। नंबर गेम में कांग्रेस विजयी रही। कांग्रेस के प्रत्याशी नर्मदा प्रसाद प्रजापति 120 वोट हासिल कर स्पीकर चुन लिए गए। प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने मान्य परंपराओं के तहत वोट नहीं डाला। बीजेपी ने स्पीकर पद के लिए सात बार के विधायक विजय शाह को प्रत्याशी बनाया था। स्पीकर चुने जाने के समय सत्तारूढ़ दल और प्रतिपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित भी करना पड़ी। स्पीकर चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने प्रोटेम स्पीकर और सत्तापक्ष पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप भी मढ़ा। प्रक्रियात्मक सुधार की माँग पूरी नहीं होने पर बीजेपी के सदस्यों ने सदन का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद स्पीकर का चुनाव हुआ। बीजेपी के सदस्य राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी सदन से नदारद रहे। बीजेपी विधायक दल ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च करते हुए राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा।

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