महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया इस्तीफ़ा
महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। शुक्रवार की शाम उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ मिल कर इस्तीफ़ा सौंप दिया। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के दूसरे नेता भी मौजूद थे।
इसके पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल ख़त्म हो रहा है, लिहाज़ा मुख्य मंत्री को पद पर बने रहने का कोई हक़ नहीं है, उन्हें पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
फडणवीस ने इस्तीफ़ा सौंपने के तुरन्त बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि राज्यपाल ने इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें 5 साल महाराष्ट्र की जनता की सेवा करने का मौका मिला।
फडणवीस ने दावा किया कि उन्होंने ख़ास सिंचाई योजना शुरू की, जिससे किसानों को सूखे की स्थिति से निपटने में मदद मिली। उन्होंने यह भी कहा कि 5 साल में उन्होंने मुंबई में ढाँचागत सुविधाएं दुरुस्त कीं, जिससे लोगों को काफी लाभ मिला। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी अगुआई में महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार ने जो काम किया, उसे सबने देखा है।
फडणवीस ने दावा किया कि उनके कामकाज की वजह से ही जनता ने सत्तारूढ़ गठबंधन को जनादेश दिया। यही वजह है कि चुनाव में बीजेपी की स्ट्राइक रेट 70 फ़ीसदी है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के साथ मुख्य मंत्री पद को ढाई-ढाई साल साझा करने पर कोई बात नहीं हुई थी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कम से कम उनके सामने मुख्य मंत्री पद को साझा करने पर तो कोई बात नहीं ही हुई थी।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना सिर्फ़ अलग होने के लिए मुख्य मंत्री पद को ढाई-ढाई साल शेयर करने का बहाना बना रही है। ऐसी कोई बात हुई ही नहीं थी।
बीजेपी और शिवसेना के बीच तल्ख़ी किस कदर बढ़ गई है, इसका अंदाज इस बात से लगता है कि फडणवीस ने सहयोगी शिवसेना पर हमला कर दिया। उन्होंने पूछा, जब शिवसेना हमारे साथ मिल कर चुनाव लड़ी तो अब एनसीपी के साथ क्यों बात कर रही है।
उन्होंने अपने सहयोगी पर तंज करते हुए कहा कि हम भी शिवसेना की बयानबाजी का जवाब दे सकते थे, पर हमने ऐसा नहीं किया।
फडणनवीस ने शिवसेना पर चोट करते हुए कहा :
“
यदि मुख्य मंत्री पद की ही बात थी, तो उस पर भी बात की जा सकती थी। मैंने खुद उद्धव ठाकरे को फ़ोन किया था। पर उन्होंने इसे बहाना बनाया।
देवेंद्र फडणवीस, पूर्व मुख्य मंत्री, महाराष्ट्र
उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने का जनादेश दिया था। अब गठबंधन का सरकार न बनाना इस जनादेश का अपमान है। इसके साथ ही फडणवीस ने कहा कि जनादेश मिलने के बाद भी सरकार न बनाना पर उन्हें अफ़सोस है।