पंजाब: डेरा प्रेमी की हत्या के मामले में पटियाला से तीन गिरफ्तार
बरगाड़ी बेअदबी मामले के आरोपी प्रदीप सिंह की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन तीनों को पटियाला शहर से 30 किलोमीटर दूर बख्शीवाला इलाके से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए 3 लोगों में से दो नाबालिग हैं। प्रदीप सिंह की पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपुरा में गुरुवार सुबह हत्या कर दी गई थी।
प्रदीप सिंह जमानत पर बाहर था। उसकी हत्या का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था। इस वारदात को छह हमलावरों ने अंजाम दिया था।
प्रदीप सिंह की हत्या उस वक्त हुई जब वह अपनी दुकान में बैठा था। उसकी सुरक्षा में मौजूद 1 पुलिसकर्मी और पड़ोसी दुकानदार भी गोली लगने से घायल हो गया था।
तीन आरोपियों में से एक की पहचान 26 वर्षीय जितेंद्र के रूप में हुई है। जितेंद्र हरियाणा के रोहतक के कलानौर गांव का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि हत्या में शामिल सभी छह शूटरों की पहचान कर ली गई है। चार शूटर हरियाणा और दो पंजाब के हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपियों से तीन आधुनिक पिस्तौल और कई कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपी जितेंद्र को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का पुराना सहयोगी बताया जा रहा है।
गोल्डी बराड़ ने ली थी जिम्मेदारी
कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। जाने-माने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने में भी गोल्डी बराड़ का नाम सामने आया था। गोल्डी बराड़ ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा था कि कोई भी शख्स अगर किसी भी धर्म का अनादर करेगा तो उसे इसी तरह के नतीजे भुगतने होंगे।
कानून व्यवस्था पर सवाल
प्रदीप की हत्या के बाद पंजाब की कानून व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए हैं क्योंकि कुछ दिन पहले ही वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त पंजाब के बड़े हिंदू नेता सुधीर सूरी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रदीप की हत्या के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस के बड़े अफसरों की बैठक बुलाई थी।
सीसीटीवी में हमलावर पूरी तरह बेखौफ दिखे और उन्होंने ताबड़तोड़ 30 गोलियां चलाई थी। प्रदीप सिंह की हत्या के बाद डेरा प्रेमियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक शव के अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया था। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से ही पंजाब और दिल्ली पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी में जुटी हुई थी।
क्या है बेअदबी कांड?
अक्टूबर, 2015 में फरीदकोट जिले के गांव बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के बाहर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंग बिखरे हुए मिले थे। इस घटना के बाद सिख समाज ने पूरे पंजाब में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। साथ ही विदेशों में रहने वाले सिखों ने भी इस घटना को लेकर रोष का इजहार किया था।
इसके ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे सिखों पर पुलिस ने कोटकपुरा में लाठीचार्ज कर दिया था और गोली भी चलाई थी। इससे कोटकपुरा में दो लोगों की मौत हो गई थी और इसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया था। पंजाब के अंदर आगजनी और हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं।
2017 के विधानसभा चुनाव में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला बड़ा मुद्दा बना था और इस घटना को लेकर सिख समुदाय तब की शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी सरकार से ख़ासा नाराज़ था। इसी वजह से 2017 में अकाली दल-बीजेपी गठबंधन को क़रारी हार मिली थी और वह मुख्य विपक्षी दल भी नहीं बन पाया था।
पंजाब में पिछले कुछ महीनों के अंदर कई ऐसे वाकये हुए हैं जो आतंकवाद का दंश झेल चुके इस सरहदी सूबे के लिए कतई ठीक नहीं हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या पंजाब फिर से अशांत हो रहा है।
बिगड़ रहा माहौल
पंजाब एक सरहदी सूबा है और इसकी 550 किलोमीटर लंबी सीमा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लगती है। आईएसआई लगातार भारतीय सिख नौजवानों को खालिस्तान के नाम पर भड़काने के काम में जुटी रहती है। इसके अलावा विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी भी पंजाब के नौजवानों को भारत के खिलाफ बरगलाने और भड़काने वाले वीडियो जारी करते रहते हैं।
बता दें कि पंजाब लंबे समय तक उग्रवाद की चपेट में रहा और इस दौरान खालिस्तान के मुद्दे पर हजारों निर्दोष हिंदुओं-सिखों को अपनी जान गंवानी पड़ी।