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प्रणब मुखर्जी का निधन एक युग की समाप्ति: रामनाथ कोविंद

प्रणब मुखर्जी का निधन एक युग की समाप्ति: रामनाथ कोविंद

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा है, ‘प्रणब मुखर्जी के निधन के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा है। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। मैं उनके परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरा देश दुखी है। वह विद्वान थे, एक बड़े कद के राजनेता थे, पूरे राजनीतिक जगत और समाज के सभी वर्गों के बीच उनकी प्रशंसा होती थी।’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रणब मुखर्जी के निधन से बहुत दुखी हूं। समाज के सभी वर्गों के लोग उनका सम्मान करते थे। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्हें भारत के इतिहास, कूटनीति और रक्षा मामलों की व्यापक जानकारी थी। सार्वजनिक जीवन में उनका योगदान अमूल्य है। मैं शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’ 

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की उम्र 85 साल थी। उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली स्थित आरआर अस्पताल के डॉक्टर्स ने पूर्व राष्ट्रपति को बचाने की पूरी कोशिश की। 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि वे प्रणब मुखर्जी के निधन से बेहद दुखी हैं। शाह ने कहा कि मुखर्जी बेहद अनुभवी राजनेता थे जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ देश की सेवा की। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रणब मुखर्जी के निधन की ख़बर देश के लोगों को दुखी करने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण है। राहुल ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा, ‘सौम्य व सभ्य स्वभाव के प्रणब मुखर्जी के लम्बे राजनीतिक जीवन व देशसेवा के प्रति समर्पण को हमेशा याद किया जाता रहेगा। 

प्रणब मुखर्जी को एक कुशल राजनेता, सक्षम प्रशासक, अच्छे वक्ता और उससे भी अच्छे इन्सान के रूप में याद किया जाएगा। एक ऐसा राजनीतिज्ञ जिसका कोई दुश्मन नहीं था, विरोधी कई थे। एक ऐसा राजनेता जिसके विरोधी तो अपने दल में भी थे, लेकिन दुश्मन विरोधी दल में भी नहीं था। प्रणब मुखर्जी बहुत अनुभवी राजनेता थे और उन्होंने केंद्र में वित्त, विदेश जैसे अहम विभागों को संभाला था। पूर्व राष्ट्रपति को कुछ दिन पहले कोरोना हुआ था और उन्होंने ख़ुद ही ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। 

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