कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को गलत संदर्भ में दिखाने के मामले में आरोपित ज़ी न्यूज के एंकर रोहित रंजन अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। सीनियर एडवोकेट सिद्धार्थ लूथरा ने बुधवार को इंदिरा बनर्जी और जेके माहेश्वरी की वैकेशन बेंच के सामने इस मामले को तुरंत सुनवाई के लिए रखा है।
लूथरा ने कहा है कि एंकर से उनके एक प्रोग्राम में गलती हुई है और उन्होंने बाद में इसके लिए माफी भी मांग ली लेकिन उनके खिलाफ इसे लेकर कई एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
लूथरा ने याचिका में कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस रोहित रंजन को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है जबकि नोएडा पुलिस ने उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया था।
लूथरा की बात सुनने के बाद बेंच ने इस मामले में सुनवाई के लिए 7 जुलाई की तारीख तय की है। बेंच के द्वारा इस मामले की सुनवाई की तारीख तय किए जाने के बाद एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड ने कहा कि इस मामले में अभी तक याचिका दाखिल नहीं की गई है। इस पर बेंच की ओर से नाराजगी जाहिर की गई। एडवोकेट लूथरा ने इसके लिए अदालत से माफी मांगी।
बहरहाल, मामले में सुनवाई 7 जुलाई को होगी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ की पुलिस मंगलवार को रोहित रंजन को गिरफ्तार करने गाजियाबाद में उनके घर पहुंची थी। लेकिन तभी गाजियाबाद पुलिस वहां पहुंच गई थी और इस दौरान छत्तीसगढ़ और गाजियाबाद की पुलिस के बीच जमकर तनातनी हुई थी।
क्या हुआ था?
ज़ी न्यूज़ पर आने वाले कार्यक्रम डीएनए में एंकर रोहित रंजन ने उदयपुर में हुए कन्हैया हत्याकांड पर शो किया था। लेकिन इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के द्वारा वायनाड में उनके दफ्तर में तोड़फोड़ करने वाले लोगों को माफ करने की बात कहे जाने वाली बाइट को चला दिया गया था। ऐसा लगा था कि राहुल गांधी ने उदयपुर के हत्यारों को माफ करने की बात कही हो।
डीएनए के कार्यक्रम के इस वीडियो को कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया और उसके बाद कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस संबंध में पत्र लिखा था।
इसके बाद रोहित रंजन के खिलाफ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में एफआईआर दर्ज की गई थी। राजस्थान में दर्ज की गई एफआईआर में पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का भी नाम था।
विवाद होने के बाद रोहित रंजन ने टेलीविजन चैनल पर आकर इस गलती के लिए माफी मांगी थी और कहा था, 'हमारे शो डीएनए में राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़कर ग़लत संदर्भ में लिया गया, यह एक मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम माफी मांगती है।'