प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू फोन पर बातचीत की है। उन्होंने नेतन्याहू से कहा है कि भारत अरब क्षेत्र में जल्द शांति चाहता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस बातचीत में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है।
दोनों नेताओं के बीच हुई इस बातचीत की चर्चा दुनिया भर के मीडिया में है। यह बातचीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि कुछ दिनों पहले ही भारत ने गजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम के आह्वान वाले संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया है।
भारत ने युद्धविराम के पक्ष में वोट दिया था जो कि एक तरह से इजरायल के खिलाफ जाने वाला फैसला था। इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में इजरायल युद्ध विराम के पक्ष में नहीं है।
इस बातचीत के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्विट कर लिखा है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ। हमने समुद्री यातायात की सुरक्षा पर साझा चिंताओं सहित, चल रहे इज़राइल-हमास संघर्ष पर बातचीत की है।
इस बातचीत में प्रभावितों के लिए निरंतर मानवीय सहायता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के पक्ष में भारत के निरंतर रुख पर प्रकाश डाला गया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों में, लाल सागर के प्रमुख शिपिंग मार्ग में मालवाहक जहाजों पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य में बड़े व्यवधान की आशंका पैदा हो गई है।
वहीं दूसरी ओर गजा में स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर के बाद से यहां हुए इजरायली हमले में कम 19,600 लोग मारे गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। इससे पहले हमास ने इजरायल पर हमला किया था।
हमास के हमले में इजरायल के करीब 1200 नागरिक मारे गए थे। इस हमले में हमास ने करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया था।
कई जहाज लाल सागर में लंगर डाले हुए हैं
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार कंटेनरों से लदे कई जहाज लाल सागर में लंगर डाले हुए हैं और अन्य ने ट्रैकिंग सिस्टम बंद कर दिया है। इसका कारण दुनिया के इस महत्वपूर्ण जलमार्ग में जहाजों पर यमन के हूती विद्रोहियों के द्वारा हमला किया जा रहा है।लाल सागर स्वेज़ नहर द्वारा भूमध्य सागर से जुड़ा हुआ है, जो यूरोप और एशिया के बीच सबसे छोटा शिपिंग मार्ग बनाता है। विश्व का लगभग 12 प्रतिशत शिपिंग यातायात इस नहर से होकर गुजरता है। इस मार्ग से होने वाले व्यापार में भारत भी हिस्सेदार है।
मंगलवार को, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने भी हूती विद्रोहियों के हमलों के जवाब में लाल सागर में वाणिज्यक जहाजों की सुरक्षा के लिए एक बहुराष्ट्रीय अभियान बनाने की घोषणा की है।
हूती विद्रोहियों ने सोमवार को दक्षिणी लाल सागर में दो वाणिज्यिक शिपिंग जहाजों पर हमला किया था। 15 दिसंबर को भी उन्होंने दो जहाजों पर मिसाइलों से हमला किया था।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक हूती विद्रोहियों ने कहा है कि वे गाजा पट्टी में चल रहे हमास - इजरायल युद्ध में इजरायल पर दबाव बनाने के लिए लाल सागर के रणनीतिक बाब अल-मंडब जलडमरूमध्य के पास जहाजों को निशाना बना रहे थे।