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केजरीवाल ने आतिशी को बनाया सीएम, AAP का आधिकारिक ऐलान

केजरीवाल ने आतिशी को बनाया सीएम, AAP का आधिकारिक ऐलान

दिल्ली की नई सीएम आतिशी होंगीं। पार्टी के सीनियर नेता गोपाल राय ने आतिशी के नाम की घोषणा की। आतिशी के नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने रखा। अब मंगलवार शाम 4.30 बजे केजरीवाल उपराज्यपाल से मिलने और इस्तीफा सौंपने जाएंगे। वो एलजी को नए नेता चुने जाने की भी जानकारी देंगे।

आम आदमी पार्टी ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली की मंत्री आतिशी का नाम घोषित किया है। उन्हें दिल्ली आप विधायक दल का नेता चुना गया है। उनके नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने किया। गोपाल राय ने एक ्प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा मंगलवार को दोपहर 12 बजे की।

केजरीवाल ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दो दिन में इस्तीफा देने के फैसले की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि जब तक जनता उनकी ईमानदारी पर मुहर नहीं लगाती तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। दिल्ली शराब नीति से जुड़े केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर एक कथित भ्रष्टाचार मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर आने के दो दिन बाद उन्होंने यह घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी ही तरह मनीष सिसोदिया भी कोई पद नहीं लेंगे। इस बीच दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा का सत्र 26-27 सितंबर को बुलाया गया है। 

हालांकि दिल्ली के अगले सीएम के नाम के लिए केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम जोरशोर के साथ उछला। लेकिन दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि ऐसा नहीं है। सौरभ विधायक दल की बैठक के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचे हैं। सौरभ ने कहा- “मुझे नहीं पता कि नया सीएम मंत्रिपरिषद से आएगा या विधायकों में से, लेकिन हम आपको सूचित करेंगे। अरविंद केजरीवाल की राजनीति के बारे में मेरी समझ के आधार पर, मुझे विश्वास नहीं है कि यह सुनीता केजरीवाल होंगी, क्योंकि उन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है।”

मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सीएम की कुर्सी पर कौन बैठता है, क्योंकि दिल्ली की जनता का जनादेश अरविंद केजरीवाल जी के लिए था। जनता ने केजरीवाल जी को चुना था। अब केजरीवाल जी ने कहा है कि जब तक जनता दोबारा नहीं कहेगी, तब तक वे सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, लेकिन कुर्सी इन और अगले 5 सालों के लिए अरविंद केजरीवाल जी की है। चुनाव होने तक हममें से कोई CM कुर्सी पर बैठेगा। यह वैसा ही होगा जैसे भगवान राम की अनुपस्थिति में भरत ने उनकी खड़ाऊ रखकर शासन किया था।

आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल जी इस्तीफ़ा देने जा रहे हैं। विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। CM केजरीवाल जी ने इस्तीफ़ा देने की घोषणा की है और अब जब तक जनता उनका समर्थन नहीं करती और उन्हें दोबारा नहीं जिताती, तब तक वे CM नहीं बनेंगे। तब तक पार्टी सीएम का चुनाव करेगी और उसी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली सरकार चलेगी। विधानसभा चुनाव में दिल्लीवाले एक बार फिर AAP को प्रचंड बहुमत देंगे और दिल्ली में एक बार फिर केजरीवाल जी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।

इस बीच भाजपा ने दावा किया है कि केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा "सिद्धांत" के बजाय "मजबूरी" से प्रेरित है। पार्टी ने उनके कृत्य को "नाटक" और "अपराध की स्वीकारोक्ति" बताया और सवाल उठाया कि क्या पद छोड़ने की उनकी पेशकश AAP के भीतर अंदरूनी कलह के कारण थी।

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