आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव में इस बार एक ट्रांसजेंडर (किन्नर) प्रत्याशी को खड़ा करके एक प्रयोग किया था। सुल्तानपुरी ए वॉर्ड 43 से बॉबी किन्नर ने आप टिकट पर चुनाव जीत लिया है। जी हां, उनका नाम बॉबी किन्नर ही है। बॉबी ने बीजेपी प्रत्याशी एकता जाटव को हरा दिया। इस तरह दिल्ली विधानसभा में ट्रांसजेंडर समुदाय का पहला सदस्य पहुंच चुका है। दिल्ली में ट्रांसजेंडर समुदाय की तादाद ठीकठाक है। अभी तक उनकी आवाज सरकार में उठाने वाला कोई नहीं था।
38 साल की बॉबी किन्नर आम आदमी पार्टी में अन्ना आंदोलन के दौरान जुड़ी थीं और तभी से पार्टी में बनी हुई हैं। उन्होंने पार्टी ने कई पदों पर रखा। वो पार्टी के तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच सक्रिय रही है। आम तौर पर ट्रांसजेंडर समुदाय तमाम राजनीतिक दलों में हाशिए पर ही रहा है। राजनीतिक दल उनको टिकट देने से कतराते हैं। लेकिन आप ने इस बार एक प्रयोग किया जो बेहद सफल रहा।
बॉबी ने जब अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की थी तो बीजेपी के लोग इसे चुटकियों में हासिल करने वाली जीत बता रहे थे। आम आदमी पार्टी सुल्तानपुरी के नेताओं ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे मजाक के लहजे में कहते थे कि बताइए आप को ढंग का कोई प्रत्याशी ही नहीं मिला। अब किन्नर को कौन वोट करेगा। लेकिन सुल्तानपुरी वॉर्ड 43 के लोगों ने बीजेपी वालों की धारणा को गलत साबित किया। उन्होंने बॉबी किन्नर को भरपूर वोट देकर जिता दिया। आप ने कहा कि हमारी पार्टी सिद्धांतों से समझौता नहीं करती है। ट्रांसजेंडर भी हमारे समाज का हिस्सा हैं। उन्हें भला कैसे नजरन्दाज किया जा सकता है। इसीलिए पार्टी ने ट्रांसजेंडर समुदाय को सम्मान देने के लिए बॉबी किन्नर को टिकट दिया था।
एमसीडी चुनाव में वोटों की गिनती अभी जारी है। नतीजे धीरे-धीरे आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी बढ़त बनाए हुए है। रुझानों के मुताबिक उसे एमसीडी में बहुमत मिल चुका है। बीजेपी दूसरे नंबर पर चल रही है। बीजेपी ने बहुत सारी सीटें कम अंतर से खोई हैं। लेकिन दिल्ली सरकार के मंत्रियों के इलाकों में आप के वॉर्ड प्रत्याशियों का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। मंत्री सत्येंद्र जैन के शकूर बस्ती इलाके के तीनों वॉर्ड में बीजेपी की जीत हुई है। इसी तरह डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के वॉर्ड में भी मिला-जुला मुकाबला चल रहा है। कई अन्य मंत्रियों के इलाकों में भी यही स्थिति है। कुल मिलाकर मंत्रियों के इलाकों में आप का प्रदर्शन बहुत आला नहीं रहा है।